तस्वीरों में देखें अयोध्या नगरी में हुए भव्य दीपोत्सव के मौके निकाली गई झांकी

प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपावली पर्व से पहले छोटी दीपावली के मौके पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया। यूपी सरकार की तरफ से आयोजित किए गए कार्यक्रम में जहां दीपोत्सव ने एक बार फिर से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया तो वहीं, अन्य कई ऐसे कार्यक्रम रहे जिनकी खूबसूरती देखते ही बनती है।
प्रभु श्रीराम की जीवनी पर आधारित रही झांकी

इस मौके पर दिन में शरह के साकेत कॉलेज से भव्य झांकी भी निकाली गई। इस झांकी में प्रभु श्रीराम के जीवन से संबंधित चित्रों के साथ ही साथ यूपी सरकार की तरफ से किए गए कामों को भी दर्शाया गया था।
इन्होंने किया झांकी का उद्घाटन

सर्वप्रथम भगवान श्रीराम के आदर्श एवं जीवन दर्शन तथा विभिन्न सामाजिक विषयों से जुड़ी झांकियों सहित भव्य ‘शोभा यात्रा’ का आयोजन किया गया। उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा, पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकण्ठ तिवारी ने ‘शोभा यात्रा’ का शुभारम्भ किया। यह मनोरम शोभा यात्रा साकेत महाविद्यालय से प्रारम्भ हुई, जो अयोध्या के मुख्य मार्गों से होते हुए रामकथा पार्क में समाप्त हुई।
यह रहा बहुत ही खास

‘शोभा यात्रा’ में 11 झांकिया प्रस्तुत की गईं। इनमें (1) पुत्रेष्टि यज्ञ एवं सबको सुरक्षा, भयमुक्त समाज, (2) गुरुकुल शिक्षा एवं बच्चों की शिक्षा का अधिकार, (3) अहिल्या उद्धार एवं मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वावलम्बन, 1090 एवं 1076 की सुविधा, (4) राम-सीता विवाह एवं बेटियों के विवाह हेतु सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था, (5) केवट प्रसंग एवं समाज कल्याण, (6) पंचवटी/वन एवं पर्यावरण, (7) शबरी-राम मिलाप एवं महिला कल्याण, (8) लंका दहन एवं अपराधियों एवं भूमाफियाओं के विरुद्ध अभियान, (9) रामेश्वरम सेतु एवं उ0प्र0 में पुलों का निर्माण, (10) पुष्पक विमान एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी, बेहतर वायु कनेक्टिविटी, (11) राम दरबार एवं बेहतर कानून व्यवस्था प्रमुख रूप से शामिल रहीं। शोभा यात्रा में विभिन्न कलाकारों ने प्रतिभाग किया।
आज दिन बहुत ही ऐतिहासिक

इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी0 किशन रेड्डी ने कहा कि वे दीपोत्सव कार्यक्रम का हिस्सा बनकर स्वयं को सौभाग्यशाली व गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। दीपोत्सव प्रभु श्रीराम के वनवास के बाद अयोध्या आगमन पर मनाया जाता है।
दीपोत्सव भारत की गौरवशाली परम्परा का आयोजन

उन्होंने कहा कि दीपोत्सव भारत की गौरवशाली परम्परा का आयोजन है। यह प्रेम, अनुराग और श्रद्धा का आयोजन है। यह आदर्श जीवन और प्रभु श्रीराम के आदर्शों का द्योतक है। भगवान श्रीराम हमारी संस्कृति के नायक हैं। मर्यादा ही जीवन की कसौटी है। प्रभु श्रीराम जन-जन के आराध्य हैं। उन्होंने कहा कि विजन के अनुरूप अयोध्या एक नए रूप में विकसित किया जा रहा है। श्रीराम मन्दिर राष्ट्र का मन्दिर है। श्रीराम मन्दिर जन-जन का मन्दिर है। अयोध्या में मन्दिर निर्माण के बाद पूरी दुनिया से लोग आएंगे। अयोध्या में इण्टरनेशन एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है। अयोध्या रेल, सड़क और वायु कनेक्टिविटी से जुड़ रही है। इनके अलावा, संस्कृति, अध्यात्म, धर्म के स्तर पर भी यह पूरी दुनिया से जुड़ रही है। केन्द्र व राज्य सरकार के समन्वय से अयोध्या का विकास हो रहा है।
पीएम के नेतृत्व में हो रहा विकास

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर रामराज्य की स्थापना का कार्य ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के आधार पर किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अयोध्या जिस प्रकार तेजी से विकसित हो रही है, उससे आने वाले 10 वर्षों में प्रति वर्ष 05 करोड़ पर्यटक इस नगरी में आएंगे। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की इस विकास यात्रा में सभी सहभागी बनें।
इतने लाख दीपक जलकर बना रिकॉर्ड

इस मौके पर राम की पैड़ी के अलावा, अयोध्या के नगर क्षेत्र में 03 लाख से अधिक दीये प्रज्ज्वलित हुए। कुल मिलाकर 12 लाख से अधिक दीपों का प्रज्ज्वलन किया गया। इन दीपों के प्रज्ज्वलन में डॉ0 राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं वॉलण्टियर्स द्वारा राम की पैड़ी पर 09 लाख से अधिक दीपों का एक साथ प्रज्ज्वलन कर विश्व रिकॉर्ड बना। राम की पैड़ी पर 3-डी होलोग्राफिक शो, प्रोजेक्शन मैपिंग तथा रामायण पर आधारित भव्य लेजर-शो का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिव्य व नयनाभिराम आतिशबाजी का भी लोगों ने आनन्द उठाया।
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