लेडी 'भागीरथ' की हिम्मत जान चौंक जाएंगे आप

माउंटेन मैन के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के बुलंद हौसलों से तो आप सभी वाकिफ ही हैं, लेकिन आज हम आपको कर्नाटक के सिरसी जिले की एक ऐसी महिला से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने 60 फुट गहरा कुआं अकेले खोद डाला।
बुलंद इरादों से दूसरों को सोचने पर मजबूर करने वाली गौरी एस नाईक अपने इस कारनामे की वजह से 'लेडी भागीरथ' के नाम से चर्चित हैं।
3 महीने में पूरी की खुदाई
सिरसी के गणेश नगर की निवासी गौरी को कोकोनट और सुपारी के लिए पानी के स्रोत की दरकार थी, लेकिन उसके पास कुआं खोदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। इस वजह से महिला ने खुद ही कुआं खोदने का साहसिक निर्णय लिया। 3 महीने तक कठिन खुदाई करने के बाद महिला को अंतत: पानी मिलने में सफलता हासिल हो ही गई।
गौरी प्रत्येक दिन 5 से 6 घंटे तक जमीन में चार फिट की तक खुदाई करती थी। खुदाई के अंतिम चरण में ही केवल उसने तीन अन्य महिलाओं की सहायता ली। इस साहसिक कारनामे के बाद गौरी के पास अब 60 फुट गहरा कुआं है जिसमें 7 फुट पानी है।
मजदूरी कर घर चालाती हैं गौरी
एक बच्चे की मां गौरी यहां के गणेश नगर में मजदूरी का काम कर खर्च चलाती है। उसने अपने घर के पास में 150 सुपारी, 15 कोकोनट और कुछ केले के पेड़ भी उगाए हैं।
स्कीम अधिकारी विनोद ने कहा, 'गौरी जब भी बैठक में आती थी तो शरीर में दर्द की शिकायत करती थी। लेकिन हमें यह नहीं पता था कि वह कुएं की खुदाई कर रही है। हमें उसके घर जाने पर ही इस बात का पता तब चला।'
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