गजब का आत्मविश्वास, पढ़ाई के लिए ट्रेन में अखबार बेचता है यह बच्चा

ट्रेन में अखबार बेचता 10 साल का बच्चा, उसके अखबार बेचने की कहानी प्रेरणादायक है। वो पांचवीं में 93 फीसदी नंबर लाकर अपने स्कूल का नाम रोशन कर चुका है, अब उसे छठीं में पढ़ाई करना है। पूरे साल की फीस और कॉपी किताब पर जो खर्च होगा उसके लिए ये बच्चा गर्मियों की छुट्टी में अखबार बेचकर पैसे इकठ्ठा कर रहा है।
क्या है इस बच्चे की पूरी कहानी
नीलकंठ सतना से रीवा के बीच के चलने वाले ट्रेनों में अखबार बेचता है। नीलकंठ के दो बड़े भाई हैं। दोनों ने इसी साल 10वीं पास किया है। भाई प्रशांत दुबे ने 95 प्रतिशत और दूसरे भाई आशुतोष दुबे ने 83 प्रतिशत के साथ जिले का गौरव बढ़ाया है।
किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं मिली
नीलकंठ हर महीने 5 से 6 हजार रुपए अखबार बेचकर कमा लेते हैं। टीवी नाइन के रिपोर्टर अरविंद मिश्रा ने जब पूछा कि आपको कभी कोई मदद नहीं मिली तो बड़ी बेबाकी से नीलकंठ कहता है कि कौन मदद करेगा। कोई बात तक नहीं करता। हम सामान्य वर्ग से हैं। हमको किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं मिलती। मैंने अपने दम पर 5वीं 93 प्रतिशत के साथ पास किया है। लेकिन मेरे बड़े भाई को टॉप करने (95%) की वजह से सरकार ने गोद लिया है।
सीएम शिवराज को दिया संदेश
ट्रेन में ही किसी सज्जन ने पूछा कि आप पढ़ते हैं कि नहीं तो नीलकंठ ने कहा कि आप मुझसे सवाल पूछ सकते हैं। मैं 10वीं तक के प्रश्नों का जवाब दे सकता हूं। नीलकंठ कहते हैं कि वो अंग्रेजी और मैथ में थोड़ा कमजोर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद मांगने की बात नीलकंठ ने कहा वो क्या मदद करेंगे। वो तो खुद ही किसानों पर गोलियां चला रहे हैं। और मैं एक अकेला नहीं हूं जिसके लिए सीएम कुछ करेंगे। प्रदेश में लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित हैं। मुख्यमंत्री कोशिश करें कि मेरे जैसे और बच्चे हैं वो अच्छी पढ़ाई कर पाएं।
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