ड्रोन के पार्ट्स खरीदने के लिए नहीं थे पैसे, खुद बना ली मशीन

एक पुरानी कहावत है- आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। अपनी ज़रूरत को पूरा करने के लिए कई बार लोग ऐसा कुछ कर देते हैं जिससे कुछ नया ईजाद हो जाता है। मध्य प्रदेश के सागर जिले के 21 साल के स्टूडेंट विकास ने भी ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। उन्होंने एक ऐसी मशीन तैयार की है जो कई तरह की मशीन के पार्ट्स तैयार कर सकती है।
इंजीनियरिंग कर रहे हैं विकास
विकास बीई इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन के लास्ट ईयर के स्टूडेंट हैं। वह जब छोटे थे तब से ही उन्हें मशीनों से काफी लगाव था। वह बताते हैं कि उन्हें बचपन से मशीनों से काफी प्यार था।
वह बताते हैं कि मैंने पैसे इकट्ठा करके एक ड्रोन खरीदा था लेकिन कुछ ही दिनों वो खराब हो गया। जब मैं उसके लिए पार्ट खरीदने गया तो पता लगा कि छोटे-छोटे से कलपुर्जे बहुत महंगे आते हैं। इसके बाद मैंने तय किया कि यह जरूरी सामान खुद बनाकर इन्हें सस्ते दामों में सबको उपलब्ध कराऊंगा।
ऐसे किया काम
वह बताते हैं कि मैंने 3 हजार रुपए में पुराना लैपटॉप लिया और उसे खुद ठीक किया। इसके बाद एक मशीन बनाई और उसे गॉड मशीन नाम दिया। लैपटॉप में पुर्जे की डिजाइन बनाने के बाद मशीन से आउटपुट मिल जाता है। नए इक्यूपमेंट, पार्ट्स के बारे में गूगल से समझकर हूबहू वैसा ही प्लास्टिक से बना लेते हैं।

काम को पहचान भी मिली
मई में तिरुपति में होने जा रही इंटरनेशनल यंग साइंटिस्ट कांग्रेस के लिए विकास का पेपर चुना गया है। इसके अलावा कई एग्जीबिशन में अवार्ड और सर्टिफिकेट्स भी उन्हें मिल चुके हैं।
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