इस लड़की ने 159 दिनों में साइकिल से नापी पूरी दुनिया

पुणे की रहने वाली 20 साल की वेदांगी कुलकर्णी ने ऐसा करिश्मा कर दिखाया जो इससे पहले किसी भारतीय ने नहीं किया था। वेदांगी साइकिल से दुनिया का चक्कर लगाने वाली सबसे तेज एशियाई महिला बन गई हैं। उन्होंने ये रिकार्ड 159 दिन में 14 देशों की यात्रा करके बनाया है।
वेदांगी ने जुलाई में ऑस्ट्रेलिया से इस यात्रा की शुरुआत की थी जिसे बीते रविवार को कोलकाता में पहुंचकर पूरी की। रोज 300 किमी साइकिल चलाने वाली वेदांगी ने रविवार को 29000 किमी दूर तक का लक्ष्य पूरा किया। उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने अनुभवों को बताते हुए कहा, मैंने 159 दिनों में 14 देशों की यात्रा की, इसके लिए मुझे 300 किमी रोज साइकिल चलानी पड़ी। इस यात्रा में कुछ अच्छे और बुरे अनुभव रहे। मैंने 80 फीसदी यात्रा अकेले ही पूरी की। इससे पहले यह रिकॉर्ड ब्रिटेन की 38 वर्षीय जेनी ग्राहम के नाम पर था। जेनी ने साल 2018 में यह सफर 124 दिनों में पूरा किया था। वेदांगी ब्रिटेन के बॉउर्नेमाउथ यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट हैं। इस अभियान के लिए उन्होंने दो साल पहले से तैयारी शुरू कर दी थी।
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सफर में अच्छे- बुरे दोनों ही अनुभव रहे
वेदांगी बताती हैं, हर सफर के अच्छे बुरे दोनों अनुभव होते हैं, मेरे साथ भी ये हुआ। मैं इस अभियान के दौरान ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कनाडा, आइसलैंड, पुर्तगाल, स्पेन फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड और रूस से होकर गुजरी। इन सभी जगहों पर वेदांगी ने इंसानों, जानवरों और नेचर के अलग-अलग रूपों का सामना किया। वो बताती हैं कि कनाडा में एक भालू उनके पीछे पड़ गया था, स्पेन में चाकू की नोक पर उनसे लूट हुई, जबकि रूस में एक बर्फीली जगह पर उन्हें कई रातें अकेले भी गुजारनी पड़ी। कई बार टीम के लोगों में आपसी मतभेद हो जाते थे, धैर्य खत्म खोने लगता था, सामान का बोझ ज्यादा हो जाता था, पेट दर्द, सांस लेने में दिक्कत, खूबसूरत पहाड़, विनम्र लोग, रोचक कहानियां, सुंदर सनसेट दिखे।
हर दिन कुछ नया देखने और करने को मिला। उन्होंने इस ट्रिप के जरिए #StepUpAndRideOn अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य महिलाओं में डर से लड़ने और जीतने का साहस पैदा करना है।

पूरे सफर को किया कैमरे में कैद
वेदांगी ने अपने इस पूरे सफर की रिकार्डिंग की है जिसपर आगे वो डाक्यूमेंट्री बनाएंगी। वेदांगी के पिता विवेक कुलकर्णी अपनी बेटी के इस कारनामे से काफी खुश हैं। उन्होंने बताया दुनिया में कुछ ही लोगों ने इस मुश्किल चुनौती को पूरा किया है और मेरी बेटी दुनिया इसमें शामिल हुई है, इस बात से मुझे खुशी है। वेदांगी 17 साल की उम्र से साइकिल चला रही हैं । जुलाई 2016 में उन्होंने भारत में सबसे कठिन रास्ते मनाली से खरदुंगला तक साइकिल चलाई थी।
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