इस लड़के ने किया कारनामा, 12 साल की उम्र में जीता वर्ल्ड मेमोरी चैंपियनशिप का खिताब

जब हम और आप 12 साल के थे तो क्या करते रहे थे, स्कूल, खेलकूद, दोस्त, मस्ती। बचपन ऐसा ही लापरवाह होता है इसमें किसी भी बात की सुधबुध नहीं रहती। लेकिन इसी छोटी सी उम्र में ध्रुव मनोज नाम के लड़के ने ऐसा कारनामा कर दिखाया जो बड़े-बड़े भी नहीं कर सकते।
हांगकांग में हुई 27वीं वर्ल्ड मेमोरी चैंपियनशिप में हुआ जिसमें ध्रुव मनोज ने 'रैंडम वर्ड्स' और 'नाम और चेहरे' कैटगरी के तहत भाग लिया था और 56 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने अपनी अद्भुद दिमागी याददाश्त से ये वर्ल्ड मेमोरी चैंपियनशिप अपने नाम कर ली।
कोई भी चीज याद करना है आसान
ध्रुव किसी भी चीज को बहुत जल्दी याद कर लेता है। वह एक घंटे में सात डेक ताश के फेंके हुए पत्तों को याद कर सकता है। आधे घंटे में वो 1,155 द्विआधारी नंबरों को याद कर सकता है। यही नहीं वो सिर्फ 15 मिनट में 87 चेहरों को नाम सहित याद कर लेता है। ऐसा करने के लिए ध्रुव रोमन तकनीक का सहारा लेता है। इस तकनीक के जरिए वो अव्यवस्थित और असंगठित जानकारियों को बड़ी आसानी याद कर लेता है।
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इससे पहले भी जीता था गोल्ड मेडल
ध्रुव पढ़ाई के साथ हफ्ते में कम से कम 2 घंटे चीजों को याद करने की प्रैक्टिस करता है। स्कूल की पढ़ाई के साथ ये करना आसान नहीं था लेकिन इस प्रतियोगिता के लिए उसने खास प्रैक्टिस की थी और आखिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा ही दिया। हालांकि ध्रुव ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि उसने सिर्फ मजे के लिए इस प्रतियोगिता में भाग किया था, लेकिनअब उसके नाम दो गोल्ड मेडल आ चुके हैं। इससे कुछ दिन पहले भारतीय मूल के एक और 8 साल के छात्र अजय कुमार ने यूके की आईक्यू परीक्षा में 152 नंबर स्कोर हासिल किया था।
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