एक ऐसा रेज्यूमे जिसने बिना इंटरव्यू ही दिला दी नौकरी!

जबरदस्त प्रतियोगिता के इस दौर में एक अदद नौकरी पाना किस्मत खुलने से कम नहीं है। भारी-भरकम डिग्रियों और बेहतर कम्युनिकेशन स्किल के साथ हजारों बेरोजगार रोजाना ही तमाम दफ्तरों में इंटरव्यू की लाइन में लगे होते हैं, लेकिन क्या कहेंगे उसके लिए जिसे सिर्फ अपने बेहतरीन रेज्यूमे के चलते ही शानदार ऑफर मिल गया, इंटरव्यू की तो नौबत ही नहीं आई।
बेंगलुरु के 21 साल के सुमुख मेहता ने सिर्फ अपने रेज्यूमे से ही दुनिया की सबसे नामी पुरुष पत्रिका GQ (जेंटलमैन क्वार्टरली) को प्रभावित कर दिया। सुमख GQ पत्रिका में इंटर्नशिप चाहते थे और उन्होंने इसके लिए आवेदन भेजा था। इस पत्रिका के मैनेजमेंट ने सुमुख मेहता के रेज्यूमे को बहुत ही रचनात्मक तरीके से तैयार किया हुआ माना और बिना किसी इंटरव्यू के ही उन्हें इंटर्नशिप पर रख लिया।
रेज्यूमे आपके व्यक्तित्व का आईना
अक्सर ऐसा होता है कि नौकरी या इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने वाले इंटरव्यू तक पास नहीं कर पाते, और इंटरव्यू में बातचीत सिर्फ औपचारिक सवालों तक ही सीमित रह जाती है। इसकी एक वजह वो रेज्यूमे भी होता है जिसे आवेदक पेश करता है। रेज्यूमे आपके व्यक्तित्व का आईना होता है और इससे नौकरी देने वाली कंपनी को आपके बारे में, आपकी योग्यताओं के बारे में मोटा-मोटी जानकारी मिल जाती है, बाकी की प्रक्रिया इंटरव्यू से पूरी हो जाती है, लेकिन रेज्यूमे गलत तरीके से तैयार किए जाने या उसके प्रेजेंटेबल नहीं होने से बात पहले ही खत्म हो जाती है।
अब सुमुख मेहता की खासियत देखिए। जैन यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से ग्रेजुएट सुमख ने एक साल पहले अपना खुद का वेंचर ‘योर पिच’ शुरू किया था। इसके जरिए वह रेज्यूमे को इंफो-ग्राफिक्स से असरदार बनाने का काम करते थे। उनकी इस अभिरुचि पर यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की नजर गई और उन्होंने उस साल के MBA ग्रेजुएट्स के रेज्यूमे सुमख को दिए ताकि उन्हें दिलचस्प बनाया जा सके। सुमख मेहता ने बिजनेस स्कूल के लिए 160 इंफोग्राफिक्स रेज्यूमे बनाए।
सुमुख को इस काम में करीब 3 हफ्ते लगे
सुमुख, ब्रिटिश पत्रिका GQ में इंटर्नशिप चाहते थे और 160 रेज्यूमे को प्रभावकारी तरीके से तैयार करने के बाद सुमख मेहता ने इसके लिए खुद का रेज्यूमे तैयार करने की सोची। उन्होंने 20 पेज का विशेष रेज्यूमे बनाया जो देखने में बिल्कुल GQ मैग्जीन जैसा था। उन्होंने अपने बारे में हर छोटी से छोटी डिटेल इसमें डाली, अपनी उपलब्धियों और योग्यताओं को इसमें जगह दी और ये भी बताया कि GQ को उन्हें ही क्यों रखना चाहिए। सुमुख को इस काम में करीब 3 हफ्ते लगे, कुछ दोस्तों की मदद भी ली, जो कि ये समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर सुमख चाहते क्या हैं, लेकिन जो रेज्यूमे तैयार हुआ उसने उन्हें बिना इंटरव्यू के ही सफलता दिला दी।
लंदन ऑफिस के लिए इंटर्नशिप दे दी गई
उनका ये रेज्यूमे ऐसा था कि GQ इंडिया के संपादक मिस्टर चे कुरियन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। कुछ ही दिनों के बाद सुमख मेहता के पास फोन कॉल आई। उन्हें GQ के लंदन ऑफिस के लिए इंटर्नशिप दे दी गई थी। यह फैसला इस पत्रिका के एडिटर इन चीफ डायलन जोंस ने लिया जो सुमुख की क्रिएटिविटी से खासे प्रभावित हुए। GQ 6 महीने की इंटर्नशिप देती है और इस वक्त के लिए वो पैसों का भी भुगतान करती है, यानी सुमुख को एक तरह से नौकरी ही मिल गई है।
सुमुख मेहता ने अपनी उपलब्धि के बाद फेसबुक पर लिखा कि प्रतियोगिता भरे दौर में हर चीज बेहद मुश्किल हो चुकी है और अगर आप चीजों को करना चाहते हैं आपको क्रिएटिव होना ही पड़ेगा।
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