सैल्यूट! इस आदमी ने अकेले किया 85 हजार लोगों को रक्तदान के लिए तैयार

मध्यप्रदेश के विदिशा को आज एक नहीं पहचान मिल गई है। विदिशा के विकास पचौरी में अपने प्रयास से ब्लड डायरेक्टरी बना कर जिले के लोगों को एक जीवनदायी सौगात दी है। फिलहाल विदिशा जिले के 240 गांव इस डायरेक्टरी से जुड़े हैं। हालांकि विदिशा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संसदीय क्षेत्र है। लेकिन विदिशा पचौरी के ब्लड डायरेक्टरी के लिए जाने जाना लगा है।
नौवीं क्लास तक पढ़े और पान की दुकान चलाने वाले विकास पचौरी कहते हैं कि वो इस काम को 2 साल से कर रहे हैं। उनके डायरेक्टरी में कुल 85 हजार डोनर्स हैं। जिसमें 1,200 लोग AB निगेटिव डोनर हैं।
पचौरी बताते हैं कि दो महीने पहले कृष्णा कॉलोनी की रहने वाली रेखा ठाकुर का एक्सिडेंट हो गया था। उन्हें खून की जरूरत पड़ी तो खून देने के लिए विदिशा के 15 डोनर आगे आए। उनके भाई शिवेंद्र डांगी ने बताया, 'अगर यह डायरेक्टरी न होती तो हम अपनी बहन को न बचा पाते।'
डोनर्स की लिस्ट में नोबेल प्राइज विजेता कैलाश सत्यार्थी भी
इस 85 हजार डोनर्स की लिस्ट में नोबेल प्राइज विजेता कैलाश सत्यार्थी भी हैं। पचौरी ने बताया, 'एक लाख लोगों का ब्लड ग्रुप डेटा इकट्ठा करने के बाद मैं प्रधानमंत्री के पास जाऊंगा और उनसे सभी दस्तावेजों पर ब्लड ग्रुप को अनिवार्य करने की मांग करूंगा। मैं गिनीज वर्ल्ड रेकॉर्ड के लिए भी अप्लाई करूंगा।'
हालांकि पचौरी ब्लड लेने वालों की सूची नहीं रखते हैं। उनका कहना है कि यह कभी न रुकने वाला काम है। विदिशा के लोग जानते हैं कि अगर खून की जरूरत है तो उन्हें किसके पास जाना चाहिए। विकास अपनी मेहनत और लग्न से इस मुकाम को हासिल किया है। वो किसी संगठन से नहीं जुड़े हैं। विकास अपने आपको इस 'युद्ध' का 'अकेला योद्धा' बताते हैं।
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