दोस्ती की मिसाल: मुस्लिम सहेली को किडनी देगी यह सिख युवती
जम्मू-कश्मीर के हालतों से सभी वाकिफ है। इन हालतों में एक सिख लड़की उन लोगों के मिसाल बनी है जो कि जम्मू कश्मीर को अलग करने की मांग करते हैं। यहां पर सिख समुदाय की एक युवती ने दोस्ती की मिसाल देते हुए मुस्लिम सहेली को किडनी देने का फैसला लिया है। वह भी ऐसी दोस्त जिससे वह चार साल पहले ही अलग हो चुकी थी, लेकिन फेसबुक के माध्यम से जैसे ही उसे जानकारी हुई तब उससे रहा नहीं गया और 183 किलोमीटर चलकर अपनी सहेली से मिलने पहुंच गई। वहां पर जाकर उसे पता चला कि उसकी सहेली की दोनों किडनियां खराब हो गई है। इसके बाद फिर बिना किसी हिचक के सहेली को किडनी दान करने का फैसला किया।
जम्मू के ऊधमपुर इलाके की एक सिख सामाजिक कार्यकर्ता मनजोत सिंह कोहली (23) ने अपनी एक किडनी राजौरी जिले निवासी 22 वर्षीय मुस्लिम सहेली समरीना अख्तर को दान करने का फैसला किया है। मनजोत सिंह कोहली के इस फैसले पर परिवार के लोग राजी नहीं हुए, लेकिन इसके बद भी वह अपने फैसले पर अडिग है। मनजोत सिंह कोहली समाज सेवी संगठन गार्ड ऑफ जस्टिस एंड ह्यूमन राइट्स के साथ जुड़ी है। वर्ष 2014-15 में वह इसी संस्था के एक कार्यक्रम के सिलसिले में जम्मू के गांधी नगर कॉलेज में गई। वहां उसे ग्रेजुएशन कर रही राजौरी जिले की समरीन अख्तर मिली थी। समरीना के स्वभाव को देखते हुए मनजोत सिंह ने अपने संगठन का जम्मू यूथ अध्यक्ष बनाया। इसके बाद वह दोनों अच्छी दोस्त बन गई। हालांकि बाद में दोनों अपने-अपने घर चली गई और व्यस्तता के चलते दोनों में काफी समय से कोई संपर्क नहीं हुआ।
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समरीना तक ऐसे पहुंची मनजोत
22 साल की समरीना को एक साल पहले साइलेंट बीपी की वजह से रीनल फेलियर हो गया। जिसकी वजह से उसकी दोनों किडनियां खराब हो गईं। समरीना का उपचार पिछले आठ-नौ महीने से श्रीनगर में सौरा अस्पताल में चल रहा है। इसी बीच मनजोत और समरीना की कॉमन फ्रेंड राबिया ने पांच-छह माह पहले फेसबुक पर समरीना की फोटो के साथ किडनी की जरूरत का पोस्ट किया। मनजोत ने जैसी यह पोस्ट पड़ी उसने उसे कॉल कर पूछा। जब उसे पता चला कि यह समरीना उसकी वही पुरानी सहेली है तो उसने समरीना को फोन कर अपनी किडनी देने की बात कही। मनजोत समरीना से मिलने के लिए अस्पताल पहुंची। वहां पर उसे पता चला कि समरीना के परिवार में उसकी मां का ब्लड ग्रुप मैच कर रहा है, लेकिन मां की किडनी में खराबी होने की वजह से डॉक्टरों ने मना कर दिया। मनजीत पर किडनी देने के लिए तैयार हुई तो डॉक्टरों ने जांच की और उसमें उसका सब कुछ समरीना से मिल गया है।
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मनजोत ने डॉक्टरों के रवैये पर उठाए सवाल
मनजोत ने पर यह फैसला लिया तो परिवार के लोगों ने मना कर दिया, लेकिन उसने अपने पिता गुरदीप को मना लिया। एक अखबार में छपी खबर के अनुसार मनजोत के पिता ने उसके इस फैसले पर पहले विरोध किया लेकिन बाद में वह मान गए। वहीं दूसरी तरफ मनजीत और समरीन ने शेर-ए-कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (SKIMS) के डॉक्टरों के रवैये पर सवाल उठाए हैं। दोनों का कहना है कि संबंधित अथॉरिटी ने किडनी डोनेट को लेकर अपनी हरी झंडी दे दी है, लेकिन फिर भी सर्जरी में देरी हो रही है। ऐसे में अब मनजोत ने अदालत से सर्जरी के लिए अनुमति देने का अनुरोध किया है।
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