Project Revive: ऐसिड अटैक सर्वाइवर्स का हो रहा है मुफ्त इलाज

भारत में दुनिया के एक तिहाई ऐसिड हिंसा के मामले हैं। ऐसिड सर्वाइवर्स ट्रस्ट इंटरनैशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 में दुनियाभर में 1500 ऐसिड हिंसा के मामले दर्ज किए गए। इनमें से 500 मामले भारत के हैं। इन हालात में सुधार लाने की तमाम कोशिशें हो रही हैं। ऐसिड की खुली बिक्री पर बैन लगाया गया है तो सजा भी सख्त हुई है।
इस दौरान, देश-विदेश की कुछ संस्थाओं ने मिलकर दिल्ली में प्रॉजेक्ट रिवाइव नाम से एक शानदार पहल की है। इसके तहत, 100 प्लास्टिक सर्जरी मुफ्त में की जाएंगी। ब्रिटेन के इंटरप्लास्ट के डॉ. चार्ल्स वीवा और इस प्रॉजेक्ट के हेड विपिन सेठ ने मिलकर यह प्लान तैयार किया और अब दुनियाभर से लोग इस शानदार पहल का फायदा उठाना चाह रहे हैं। इसमें तमाम एक्सपर्ट डॉक्टर्स जुड़े हुए हैं और मरीजों का इलाज गुड़गां के डब्ल्यू प्रतीक्षा हॉस्पिटल में किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी साउथ दिल्ली के एक एनजीओ रितांजलि ने संभाली है। इसी तरह जरूरतमंद लोगों तक इस प्रॉजेक्ट की आवाज पहुंचाने का काम संभाल रही है ऐसिड सर्वाइवर्स फाउंडेशन इंडिया।
अगर आप खुद ऐसिड एटैक विक्टिम हैं या किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे इसकी जरूरत है तो आप इस पहल को कामयाब बना सकते हैं।
यह कोई साधारण कैंप नहीं
ऑपरेशंस को अंजाम 1 से 12 मार्च के दौरान दिया जाएगा। इसमें ऐसिड अटैक के शिकार हुए लोगों के साथ उन लोगों का भी इलाज एकदम मुफ्त होगा, जो किसी हादसे में जल गए हों। एएसएफआई की नॉर्थ इंडिया मैनेजर मेघा मिश्रा ने बताया, 'कई देशों से इस प्रॉजेक्ट की जानकारी लेने के लिए लोग कॉल कर रहे हैं। मुझे खुशी इस बात की भी है कि यूएस और यूके के लोग यह भी जानने के लिए कॉल कर रहे हैं कि कहीं यह फर्जी तो नहीं। लोग जागरूक हो रहे हैं और अगर इससे जरूरतमंद लोगों का फायदा होता है तो हमें बहुत खुशी होग।'
रहने-खाने की भी टेंशन नहीं
खास बात यह है कि अगर आप किसी दूसरे शहर से आ रहे हैं तो आपके रहने और खाने का इंतजाम भी एकदम फ्री होगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि आप देश के किस कोने से आ रहे हैं। इससे भी फर्क नहीं पडे़गा कि आपका केस कितना बिगड़ चुका है।
डॉक्टर्स की इस टीम को एसिड और बर्न केसों में महारथ हासिल है। अगर आप यह खबर पढ़ रहे हैं, लेकिन आपको इसकी जरूरत नहीं तो किसी जरूरतमंद तक यह खबर जरूर पहुंचाइए।
कुछ जरूरी बातें...
सबसे पहले आपको अपनी सभी जानकारी (अपना नाम, उम्र, स्थान, केस हिस्ट्री और प्रभावित हिस्से की तस्वीर) वॉट्सऐप या ई-मेल पर भेजनी है। अपनी रिपोर्ट्स ई-मेल पर भेज सकते हैं। डॉक्टर्स इन रिपोर्ट्स की स्टडी के बाद ही आपके इलाज की योजना बनाएंगे और अगर कोई संभावना होगी तो ऑपरेशन की तारीख भी देंगे।
डॉ. वीवा और यूरोप के अन्य अनुभवी रिपोर्ट्स देखने के बाद ही तय करेंगे कि आपको बुलाया जाना है या नहीं। अगर आपको बुलाया जाता है और ऑपरेशन किया जाता है तो पोस्ट ऑपरेटिव केयर भी हॉस्पिटल में महैया कराई जाएगी। मेघा ने हालांकि बताया कि फॉलो-अप के लिए डॉ. वीवा खुद भारत आएंगे या नहीं, यह उनका फैसला होगा। यह सारी बातें मरीजों को शुरुआत में ही बता दी जाएंगी।
ये हैं काम के नंबर, मिसयूज मत कीजिएगा
डॉ. बिप्लव अग्रवाल, चीफ प्रॉजेक्ट को-ऑर्डिनेटर
फोन/ई-मेल: 9810091898/dragarwalbiplav@gmail.com
डॉ. नेहा भारद्वाज
ईमेल- nehabhardwajlhmc@gmail.com
मेघा मिश्रा, ऐसिड सर्वाइवर्स फाउंडेशन इंडिया
ई मेल-mishra.megha09@gmail.com
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