छोटी बहन के खातिर सांड से भिड़ गया था यह भाई, अब मिला वीरता पुरस्कार
इस साल मिलने वाले वीरता पुरस्कारों में बाराबंकी के कुंवर दिव्यांश सिंह को भी चुना गया है। छोटी सी उम्र में बड़ा कमाल करने वाले दिव्यांश ने अपनी बहन को सांड के हमले से बचाया था। 31 जनवरी 2018 को दिव्यांश (12) अपनी छोटी बहन समृद्धि (5) के साथ रोज की तरह स्कूल से घर वापस जा रहे थे और घर से महज 250 मीटर दूर पर रास्ते में अचानक सांड सामने आ गया और उसने समृद्धि पर हमला कर दिया। बहन पर हमला करता देख दिव्यांश सांड के सामने आ गया। अपनी जान पर खेलकर दिव्यांश ने बिना डरे हुए ही सांड पर स्कूली बैग से हमला कर दिया। दिव्यांश की इस बहादुरी की वजह से सांड भाग गया और उसकी बहन की जान बच गई। इस घटना में दिव्यांश और समृद्धि दोनों ही घायल हो गए थे। दिव्यांश की इस बहादुरी की काफी चर्चा में रही।
ब्रेवरी अवॉर्ड से होंगे सम्मानित
मूलरुप से बाराबंकी के रहने वाले दिव्यांश सिंह का परिवार इस समय लखनऊ के जानकीपुरम में रहता है। दिव्यांश सिंह को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीरता पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। यह अवॉर्ड पाने वाले दिव्यांश सिंह 26 जनवरी को परेड में शामिल होंगे। दिव्यांश की इस बहादुरी पर उन्हें रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार 2018 से भी सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार को पाने के लिए अपने पिता डॉ. डीबी सिंह, मां वनीता सिंह के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं। दिव्यांश के पिता धीरेंद्र बहादुर सिंह डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर (भौतिकी) हैं। मां विनीता सिंह गंगा मेमोरियल गल्र्स पीजी कॉलेज में विभागाध्यक्ष (हिंदी) के पद पर कार्यरत हैं। दिव्यांश लखनऊ पब्लिक स्कूल, सहारा स्टेट में पढ़ते हैं।
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