जेईई टॉपर की सफलता का राज, सोशल मीडिया के साथ इन चीजों से बनाई दूरी

आज के समय युवाओं के लिए सबसे बड़ी मुसीबत मोबाइल और सोशल मीडिया बनी हुई है! आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे? तो हम आपको बता दें, आजकल का युवा ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर बिता रहा है, ऐसे में उसको पढ़ाई के लिए वक्त नहीं मिल पा रहा है। ऐसा हम तो कह ही रहे हैं, ऐसा इस बार के जेईई टॉपर ने भी माना है।
आपको बता दें, पंचकुला के निवासी 18 साल के सर्वेश मेहतानी ने इस बार आईआईटी-जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (अडवांस) की परीक्षा में 360 में से 339 नंबर लेकर ऑल इंडिया टॉप किया। जबकि पुणे के अक्षत चुग को दूसरे नंबर पर रहे और दिल्ली के अनन्य अग्रवाल को तीसरा स्थान मिला।
टॉपर की जुबानी सफलता कहानी
सर्वेश के लिए यहां तक सफर कोई आसान नहीं था उन्होंने पिछले दो साल से न तो स्मार्टफोन इस्तेमाल किया है और न ही सोशल मीडिया। आईआईटी-बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस पढ़ने की इच्छा रखने वाले सर्वेश ने कहा कि ऐसी परीक्षाओं को पास करने के लिए आपको कई बार समाज से कटना पड़ता है।
स्मार्टफोन से बनाई दूरी
सर्वेश ने बताया कि सोशल मीडिया के मामले में मैं खुद को कंट्रोल नहीं कर सकता इसलिए जब मैंने आईआईटी के लिए 2 साल पहले तैयारी की तो मैंने स्मार्टफोन छोड़ दिया। हालांकि वो मानते हैं कि अगर आप खुद को काबू में रख सकते हैं तो फोन के साथ भी पढ़ाई कर सकते हैं। मेहतानी ने बताया कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए दोस्तों से मिलना भी कम कर दिया था। उन्होंने कहा, 'मैं दोस्तों से नहीं मिलता था लेकिन फोन पर बात कर लिया करता था। आपको समाज से कट जाना चाहिए और अपनी तैयारी पर ध्यान देना चाहिए।'
'3 इडियट्स' से प्रभावित होकर की इंजीनियरिंग की तैयारी
एनआर नारायणमूर्ति को अपना आदर्श मानने वाले सर्वेश का कहना है कि वह बॉलिवुड फिल्म '3 इडियट्स' से प्रभावित होकर ही इंजिनियरिंग की तरफ आकर्षित हुए। जब यह फिल्म आई थी तब वह 8वीं क्लास में थे। उन्होंने कहा, 'इस फिल्म से प्रभावित होकर ही मैंने इंजिनियर बनने का फैसला किया। फिल्म में फुंशुख वांग्डू के किरदार के कारण ही मैंने इंजिनियरिंग करने का फैसला किया।' सर्वेश के पिता प्रवेश मेहतानी एक इनकम टैक्स अधिकारी है जबकि उनकी मां राजबाला एक यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट अधिकारी हैं। मेहतानी ने जेईई (मेन) एग्जाम में भी 55वां स्थान पाया था।
मूड फ्रेश करने के लिए देखते थे कार्टून
सर्वेश ने यह भी बताया कि जब वह पढ़ाई से थक जाया करते थे तो मूड फ्रेश करने के लिए अक्सर कार्टून देखते थे और संगीत सुनते थे। उन्होंने 12वीं कक्षा में नैशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (एनटीएसई) में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स का ओलंपियाड भी पास किया था।
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