बिहार की कल्पना ने इस तरह पढ़ाई करके रचा इतिहास, नीट परीक्षा में किया टॉप
बिहार के शिवहर जिले की रहने वाली कल्पना मिश्रा ने 99.99 पर्सेंटाइल के साथ देश भर में टॉप किया है। दिल्ली में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी करने वाली कल्पना ने फिजिक्स में 180 में से 171, कैमिस्ट्री में 180 में से 160 और बायोलाजी में 360 में से 360 प्राप्त किए हैं। कुल मिलाकर उसका स्कोर 720 में से 691 है। वहीं दूसरे स्थान पर तेलंगाना के रोहन पुरोहित रहे। तीसरे स्थान पर दिल्ली के हिमांशु शर्मा जबकि चौथे स्थान पर आरूष धमीजा ने कब्जा जमाया। सीबीएसई ने इस साल 6 मई 2018 को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का आयोजन किया था। इस साल 13,26,725 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। यह परीक्षा देशभर के 2255 सेंटरों पर कराई गई थी।
नवोदय से पढ़ी है शिवहर जिले की कल्पना
नीट परीक्षा में टॉप करने वाली कल्पना बिहार के शिवहर जिले के तरियानी प्रखंड के नरवारा गांव की रहने वाली है। कल्पना ने शिवहर स्थित नवोदय विद्यालय से दसवीं तथा बिहार बोर्ड से बारहवीं की परीक्षा पास की है। कल्पना के पिता राकेश मिश्रा शिक्षा विभाग में अधिकारी हैं। उनके पिता की पोस्टिंग इस समय सीतामढ़ी जिले में है। बेहतर तरीके से तैयारी करने के लिए कल्पना ने इंटर के बाद दिल्ली का रूख किया और यहां पर आकर नीट परीक्षा की तैयारी की। देश के एक बड़े कोचिंग संस्थान में उन्होंने नियमित रूप से दो साल तक तैयारी की। जिसका नतीजा रहा कि कल्पना ने नीट परीक्षा में टॉप करके जिले का नाम रोशन किया है। कल्पना के अलावा बिहार के आशीष वैभव को 291वां रैंक मिला है।
66 हजार सीटों पर होगा चयन
इस बार पूरे देश में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए इस साल 6 मई को नीट का आयोजन किया गया था। देश के 136 शहरों के 2255 केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा में 13,26,725 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। इनमें 5,80,648 पुरुष उम्मीदवार और 7,46,076 महिला उम्मीदवार शामिल थे जबकि इनके अलावा एक ट्रांसजेंडर ने भी नीट की परीक्षा दी थी। इस परीक्षा के माध्यम से 66 हजार एमबीबीएस व डेंटल सीटों के लिए चयन किया जाना है।
नीट एग्जाम से जुड़ी 3 बड़ी बातें
साल 2016 से पहले तक मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम को ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट (AIPMT) कहा जाता था। जिसमें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों की 15% एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों को भरा जाता था, जबकि बाकी की 85% सीटें स्टेट गवर्नमेंट अपने एंट्रेंस एग्जाम के जरिए भरती थी। इसके साथ ही प्राइवेट कॉलेज भी अलग से एंट्रेंस टेस्ट लेते थे। इसमें धांधली की बहुत आशंका रहती थी। इसके चलते मोदी सरकार ने नीट परीक्षा का आयोजन कराने का निर्णय लिया।
इतने सारे एग्जाम्स की जगह 2017 में नीट का कॉन्सेप्ट आया और इसी साल पहली बार देशभर में ये एग्जाम हुआ। इस एग्जाम के जरिए ही स्टूडेंट्स को प्राइवेट और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है।
NEET एग्जाम के जरिए AIIMS, JIPMER और AFMC को छोड़कर बाकी सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है।
कुछ इस तरह है इस बार की कट-ऑफ
कट-ऑफ अनारक्षित: 50 पर्सेंटाइल (691-119)- 634,987 उम्मीदवार
ओबीसी: 40 पर्सेंटाइल (118-96)- 54653 उम्मीदवार
एससी: 40 पर्सेंटाइल (118 -96)- 17209 उम्मीदवार
एसटी: 40 पर्सेंटाइल (118-96)- 7446 उम्मीदवार
अनारक्षित (PH): 45 पर्सेंटाइल (118-107)- 205 उम्मीदवार
ओबीसी (PH): 40 पर्सेंटाइल (106-96)- 104 उम्मीदवार
एससी (PH): 40 पर्सेंटाइल (106-96)- 36 उम्मीदवार
एसटी (PH): 40 पर्सेंटाइल (106-96) - 12 उम्मीदवार
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