गरीब बच्चों की पढ़ाई, महिला अधिकारों के लिए दिनेश के इस प्रयास को सैल्यूट

बहुत कम लोग होते हैं, जो अभावों में जीने के बाद जब अच्छी जिंदगी जीने लगते हैं तो उनको वो पुराने दिन याद रह जाते हैं! अक्सर देखा गया है कि वक्त का मरहम उन संघर्षों को भुला देता है और इंसान आगे बढ़ जाता है, जिसका समाज पर असर ये पड़ता है कि आने वाली पीढ़ियां भी उसी संघर्ष को झेलने को मजबूर रहती हैं। लेकिन आज हम जिसके बारे में बताने जा रहे हैं , उन्होंने अपने आप को काबिल बनाने के बाद उस दुश्वारियों को कम करने का बीड़ा उठाया है।
पेशे से पत्रकार रह चुके दिनेश कुमार गौतम जो कि हरियाणा के एक छोटे से गांव में पैदा हुए आज गरीब बच्चों की पढ़ाई और महिलाओं के अधिकारों के लिए काम कर रहे हैं। दिनेश द्वारा बनाई गई दृष्टि फाउंडेशन इस समय देश के 5 राज्यों (गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड) में ये नेक काम कर रही है। सबसे बड़ी बात दिनेश यह काम बिना किसी सरकारी मदद के कर रहे हें।
दोस्तों ने की मदद
इंडियावेव से बात करते हुए दिनेश ने बताया कि गावों में शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सबसे बड़ी समस्या है। खासकर गरीबों के लिए तो स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना किसी सपने जैसा है। हालांकि वो बताते हैं कि शुरू में जब वो ये काम करने के लिए आए तो उन्हें पैसों की दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनके दोस्तों और कुछ अच्छे लोगों की मदद से आज वो अपने काम को अच्छे से कर रहे हैं।
कहां से शुरू हुआ दिनेश का सफर
हरियाणा के झज्झर जिले में गुभाना गांव में जन्मे दिनेश की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के नजफगढ़ में हुई। स्कूली दिनों से ही दिनेश सामाजिक समस्याओं को लेकर बेहद भावुक होने के साथ-साथ जरूरतमंदों के लिए आवाज उठाते रहे। 1998 में सिर्फ 19 साल की उम्र में दिनेश ने नई दिल्ली एजुकेशन सोसाइटी बनाई, इसके बाद उन्होंने अलवर और मेवात जिले में गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम शुरू किया। शुरू में उनके पास स्टाफ न होने के कारण वो खुद वैन चलाकर जाते और बच्चों को स्कूल लाते और पढ़ाते थे।
इसके बाद दिनेश ने स्कॉलरशिप लेते हुए देश के टॉप कॉलेज से MA की पढ़ाई पूरी की, इस दौरान 1999 में उन्होंने जीवन ज्योति समिति नाम से एक NGO रजिस्टर्ड कराई जो महिलाओं और बच्चों के लिए काम करने लगी। इसका काम झुग्गी बस्तियों मे महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा का काम करना था।
पत्रकारिता भी की
इस दौरान दिनेश ने अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ अखबारों में पत्रकार के रूप मे नौकरी भी की, हालांकि कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए उन्हें गुजरात जाना पड़ा, यहां भी उनका गरीब और बेसहारा लोगों के लिए कुछ करने का जज्बा कम नहीं हुआ। साल 2012 में उन्होंने अपने बेटी दृष्टि के नाम से दृष्टि फाउंडेशन ट्रस्ट की शुरुआत की। आज उनके साथ हजारो लोग जुड़ चुके हैं।
फ्री डेंटल चेकअप और इलाज के लिए अभियान
दृष्टि फाउंडेशन की शुरुआत के बाद दिनेश ने जमीनी स्तर पर काम करना शुरू किया। आज उनके साथ करीब 1000 लोग जुड़े हैं जो देश के 5 राज्यों में अपनी भूमिका निभा रही हैं। इस टीम का काम जरूरतमंदों की स्वास्थ्य, शिक्षा के साथ ह्यूमन ट्रैफिकिंग को रोकना है। दिनेश इस समय हरियाणा सरकार के साथ जुड़ कर गरीबों के लिए डेंटल और अन्य स्वास्थ्य जरूरतें मुफ्त में पूरी कर रहे हैं। उनके इस अभियान में दिल्ली के कई डेंटल सर्जन मुफ्त में अपना सहयोग दे रहे हैं।
कहां से मिलता है फंड
दिनेश से जब इस नेक काम को करने के लिए फंड की जरूरतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस काम में उनके दोस्तों ने बहुत मदद की और आज भी कर रहे हैं। इसके अलावा वो अपनी वेबसाइट पर डोनेशन देने वालों के लिए विकल्प रखा है। यही नहीं वो विभिन्न स्रोतों से क्राउड फंडिंग करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने fueladream नाम की वेबसाइट से क्राउड फंडिंग के लिए कैंपेन शुरू किया है।
दिनेश का अगला प्लान
आने वाले दिनों में दिनेश समाज को जागरूक करने के लिए एक नए काम की शुरुआत करने जा रहे हैं। दिनेश ने बताया कि नोटबंदी के बाद लोगों के अंदर कैशलेस सिस्टम को बढ़ावा देने और इसके बारे में जागरूक करने के लिए अभियान (Mobishala) चलाएंगे। इस अभियान की शुरुआत फिलहाल वो गुजरात से कर रहे हैं, इसके बाद उनका लक्ष्य धीरे-धीरे अन्य राज्यों में इस काम को बढ़ाने का है।
दिनेश के इस नेक काम को सैल्यूट
दिनेश पूरी सादगी से अपनी जिंदगी जीते हैं और अपनी पूरी सैलरी अपने NGO में लगा देते हैं जिससे कि जरूरतमंद लोगों का भला हो सके। आज के समाज में ऐसा करने वाले विरले ही लोग हैं। दिनेश के इस काम के लिए इंडियावेव की पूरी टीम उनको सैल्यूट करती है और भविष्य में वो अपने मकसद में कामयाब हों इसके लिए उनको शुभकामना देती है।
दिनेश के दृष्टि फाउंडेशन ट्रस्ट के बारे में जानने के लिए आप उनकी वेबसाइट और उनके फेसबुक पेज पर क्लिक कर और जानकारी ले सकते हैं।
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