आईक्यू टेस्ट में 11 साल की इस भारतीय ने किया कमाल, पाए इतने अंक
भारतीय मूल की 11 वर्षीय लड़की ने ब्रिटिश मेन्सा टेस्ट में टॉप करके भारत का नाम ऊंचा किया है। मेन्सा टेस्ट में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने वाली बेटी को हाई आईक्यू वाले मेन्सा मेंबरशिप क्लब में आमंत्रित किया गया है। मेन्सा मेंबरशिप में शामिल होने वाली बेटी का नाम हैं जिया वटुचा। उसने हाल ही में कैटेल 3 पेपर में सर्वाधिक संभव 162 अंक हासिल किए हैं।
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बेटी की कामयाबी पर मां बिजल ने कहा, 'माता-पिता होने के नाते हमें जिया की उपलब्धि पर गर्व है। बहुत ही छोटी सी उम्र से उसने उच्च बुद्धि वाले व्यक्ति की विशेषताओं को प्रदर्शित किया था लेकिन 162 अंक प्राप्त करके उसने हमें हैरान कर दिया है।' उन्होंने कहा कि अब हमारे लिए जिया को वहां अवसर दिलाने की असली परीक्षा शुरू होती है जहां वह अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने में सक्षम हो सके। बता दें जिया की मां पेशे से अकाउंटेंट है और वह अपने पति जिग्नेश के साथ में साफ्टवेयर कंसल्टेंसी स्कनेल साल्यूशन लिमिटेड चलाती हैं। बिजल का पूरा परिवार मुंबई में रहता है। उन्होंने कहा कि अब बेटी की कामयाबी पर देशभर से दोस्त और रिश्तेदार बधाई दे रहे हैं। अब जिया परिणाम घोषित होने के बाद वह एक मिनी सेलिब्रेटी बन गई है, उसकी इस कामयाबी के बाद ही उसके कुछ सहपाठी उससे ऑटोग्राफ ले रहे हैं।
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ब्रिटिश मेनसा के मुख्य कार्यकारी जॉन स्टेवेनेज ने कहा,'जिया को इतने अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए बहुत शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि वह मेनसा की सदस्यता का इस्तेमाल नए लोगों से मिलने और नई चीजों को सीखने में करेगी।' हालांकि संस्था ने अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग जैसे जीनियस से तुलना करने को गलत बताया है अभी तक इसका कोई सबूत नहीं है कि उन्होंने भी इस तरह का कोई टेस्ट दिया था। संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि टेस्ट में 162 नंबर लाना बहुत मुश्किल है।
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