ये है दिल्ली की हिजाब वाली 'बाइकरनी' की कहानी...

पिछले कुछ सालों में भारत में एडवेंचर्स बाइकिंग करने का चलन बढ़ा है। हालांकि इस मामले में अभी महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की संख्या ज्यादा है। लेकिन हम आपको जिसकी कहानी बताने जा रहे हैं, उन्हें 'बाइकरनी' के नाम से जाता जाता है।
'चलो बंधी हुई छवि से हम आजाद होते हैं'
दिल्ली की जामिया मीलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली रोशनी मिसबाह के लिए बाइक चलाना 'पैशन' है। रोशनी बताती हैं कि उन्होंने बाइकिंग किसी महिला अभियान के तहत नहीं शुरू किया। वो बाइक चलाती हैं, क्योंकि यह उनका शौक है और इसमें उनके परिवार वाले उनकी मदद भी करते हैं। हां वो ये जरूर मानती हैं कि महिलाओं को भी उनके अपनी छवि से बाहर निकलना चाहिए। औरतों से वो अपील करते हुए कहती हैं, 'चलो बंधी हुई छवि से हम आजाद होते हैं'।
रोशनी मिसबाह इस समय 250 CC की होंडा CBR चलाती हैं, आपको बता दें उनके बाइक चलाने की वजह से वो इस समय सोशल मीडिया पर स्टार बन चुकी हैं। लोग उन्हें हिजाबी बाइकर कहते हैं। वो इस समय दिल्ली की इकलौती वूमेन बाइकर ग्रुप 'बिर्केनी' की सदस्य भी हैं। उन्हें इस बात की खुशी है कि युवतियों और महिलाओं के लिए एक मिसाल बन रही हैं।
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