Bihar 10th Result: साइकिल रिपेयर, बाइक मिस्त्री, बढ़ई के बच्चों ने टॉप टेन में पाया मुकाम

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के आए मैट्रिक के परीक्षा परिणाम में कई गुदड़ी के लाल के सामने आए है। जिन्होंने कई चरणों को पार करने के बाद ये मुकाम हासिल किया है।
मंगलवार को घोषित हुए परिणाम के बाद बिहार टॉपरों में जहां बिहार का 'नेतरहाट' कहे जाने वाले सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 16 बच्चे टॉपटेन में रहे। इसी की छात्रा प्रेरणा राज ने 497 अंक लाकर पूरे प्रदेश में टॉप किया। वहीं स्कूल की प्रज्ञा और शिखा कुमारी दूसरे व तीसरे स्थान पर अनुप्रिया रही। इनके अलावा प्रदेश के अन्य कई ऐसे गुदड़ी के लालों ने ये मुकाम पाया है। इसमें साइकिल रिपयरिंग करने के बेटे मनीष कुमार ने पांचवां स्थान, बाइक मिस्त्री के बेटे यशवंत राज व बढ़ई के बेटे अभिषेक ने इस परीक्षा में नौवां स्थान पाकर अपने जिले व परिवार का नाम रोशन किया है।
पिता के साथ साइकिल रिपेयरिंग करते हैं मनीष
बिहार में जहानाबाद जिले के हुलासगंज के रहने वाले मनीष कुमार ने जिले में टॉप करके व प्रदेश में पांचवां स्थान पाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया है। आर्थिक तंगी होने के के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई को इसके बीच में कभी नहीं आने दिया और ये मुकाम हासिल किया है। उनके पिता सुखदेव पंडित हुलासगंज बाजार में साइकिल रिपेयर की दुकान चलाते है। बेटे की इस कामयाबी के बाद उनकी हुलासगंज स्थित दुकान पर बधाई देने वालों का जमावड़ा लगा गया। बेटे की इस सफलता पर मनीष कुमार के पिता और माता उर्मिला देवी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। अपने बेटे की सफलता पर भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि उनका बेटा बचपन से ही पढ़ने में ठीक था। जहां आसपास के बच्चे स्कूल के बाद खेलने और बाजार में घूमने का काम करते थे तो ये पढ़ता था। कभी-कभी अपने पिता की दुकान पर भी बैठ कर उनकी मदद करता था परंतु उसके पिताजी हमेशा उसे दुकान पर आने को मना करते थे।
घर की आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण पांचवीं के बाद मनीष का नाम हुलासगंज के मिडिल स्कूल में लिखा दिया गया था। आठवीं पांस करने के बाद वह यही स्थित हाईस्कूल में पढ़ने के लिए आ गया। मैट्रिक की परीक्षा देने के बाद मनीष पटना में रहकर आईआईटी की तैयारी कर रहा है। भविष्य उसका सपना एक सफल इंजीनियर बनने का है। मनीष कुमार से छोटे दो और भाई भी हैं। मंझला भाई सन्नी कुमार अभी 8वीं क्लास में और छोटा भाई केशव कुमार चौथी क्लास में पढ़ता है। बेटे की सफलता से उत्साहित मनीष के पूरे परिवार ने कहा कि उसके बेटे ने यह साबित कर दिया है कि ग्रामीण इलाके में रहकर भी बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
बाइक मिस्त्री के बेटे ने किया कमाल
एक तरफ जहां साइकिल रिपेयरिंग करने के बेटे ने पांचवां स्थान पाया है, तो वहीं चेहराकलां ब्लाक के चपैठ गांव में एक मोटरसाइकिल मेकैनिक के बेटे ने मैट्रिक में 447 अंक के साथ स्टेट टॉप टेन में आठवां स्थान हासिल करके अपने परिवार का नाम रोशन किया है। चपैठ निवासी रंधीर कुमार सिंह मोटर साइकिल बनने का काम करते हैं। उनका बेटे यशवंत राज ने जमुई के सिमुलत्तला आवासीय विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा दी। यशवंत की शुरूआती पढ़ाई गांव के ही विद्यालय में हुई। इसके बाद नाम राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चपैठ में लिखा दिया गया। यहां छठी करने के बाद उसने 2014 में सिमुलत्तला आवासी विद्यालय जुमई की प्रतियोगी परीक्षा पास कर ली और सातवीं कक्षा में उसका नाम यहीं पर लिखा दिया गया। इसके बाद यह यहीं पर रहकर पढ़ने लगा। आखिरकार मैट्रिक के आए परिणाम में उसने पूरे परिवार का नाम रोशन किया है। यशवंत ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व सिमुलत्तला के शिक्षक को दिया है। यशवंत ने बताया कि उसने नियमित 15 घंटे की पढ़ाई की और आखिरकार उसका फल उसे मिला भी। यशवंत आगे चल कर चार्टर्ड एकाउंट बनना चाहता है।
बढ़ई के बेटे ने पाया नौवां स्थान
बिहार विद्यालय समिति के आए परीक्षा में परिणाम में एक से बढ़कर एक ऐसे कामयाबी के किस्से सामने आए है जिनको सुनने के बाद यही लगता है सफलता किसी व्यक्ति विशेष को देखकर नहीं आती है। समस्तीपुर के बढ़ई के बेटे ने भी इस परीक्षा में नौवां स्थान हासिल किया है। भविष्य में सॉफ्टवेयर इंजीनियर का सपना लेकर पढ़ाई कर रहे अभिषेक ने नौंवी रैंक हासिल की है। अभिषेक के पिता पिता सूरत में बढ़ई का काम करते हैं और उनकी मां गृहणी हैं।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
