महाकुंभ 2025 के मौके पर पहली बार शहर में डबल डेकर इलेक्ट्रानिक बसों का संचालन हो सकता है। प्रयागराज में इसके लिए रूट सर्वे होगा। सर्वे होने के बाद परिवहन मुख्यालय से इन बसों को चलाने की अनुमती दी जाएगी। प्रदेश में वर्तमान समय नगरीय परिवहन निदेशालय द्वारा लखनऊ में ही डबल डेकर ई-बसों का संचालन हो रहा है। इस बस में ऊपर के तल पर 36 और नीचे के तल पर 30 यात्री बैठ सकते हैं। बस में चार कैमरे अंदर और एक पीछे लगाया गया है। इसमें पैनिक बटन की भी सुविधा है।
पिछले माह नौ नवंबर को ही सीएम योगी ने डबल डेकर ई-बस को हरी झंडी दिखाई थी। चर्चा है कि इन बसों का संचालन लखनऊ से प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, कानपुर और गोरखपुर के लिए हो सकता है हालांकि प्रयागराज में कई रेल अंडरब्रिज हैं। इस वजह से यहां सर्वे किया जाएगा कि महाकुंभ के दौरान डबल डेकर ई-बसें किस रूट पर चलाई जाएं।
डबल डेकर बस में ये होंगी खूबियां
डबल डेकर एसी ई-बस में दो दरवाजे होंगे और ऊपरी डेक तक पहुंचने के लिए समान संख्या में सीढ़ियां होंगी। बसों में सीसीटीवी कैमरे, लाइव ट्रैकिंग, डिजिटल टिकटिंग, डिजिटल डिस्प्ले और इमरजेंसी के लिए पैनिक बटन की सुविधा मिलेगी। यूपीएसआरटीसी के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि डबल-डेकर ई-बसों की यात्री क्षमता सिंगल-डेकर समकक्षों की तुलना में लगभग दोगुनी होगी।
तीन नहीं छह घंटे तक लिया जा साकेगा जनरल टिकट का रिफ़ंड
महाकुंभ के दौरान इस बार रेलवे एक विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। महाकुंभ के मौके पर अगर कोई यात्री प्रयागराज के किसी भी स्टेशन से जनरल टिकट खरीदता है और किन्हीं कारणों से अगर उसे अपनी यात्रा निरस्त करनी है तो वह टिकट लेने के छह घंटे के अंदर उसका रिफ़ंड ले सकेगा। अभी तक टिकट लेने के तीन घंटे के अंदर ही रिफ़ंड लिए जाने कि व्यवस्था है। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी का कहना है कि महाकुंभ के मौके पर यह व्यवस्था पहली बार लागू की जा रही है।