
विमान की लैंडिंग और उड़ान के लिए सलत न मिल पाने के समाचार आपने खूब पढे-सुने होंगे। लेकिन सोचिए उड़ानों के आवागमन से व्यस्त एक ऐसा एयरपोर्ट जहां भीड़ के चलते आपको बैठने की जगह न मिले टर्मिनल में प्रवेश करना चाहें तो रेलवे स्टेशन जैसी लाइन लगानी पड़े। विमान के अंदर जाएं तो रोडवेज बस जैसी भीड़ का एहसास हो।
यहां 11 जनवरी से 26 फरवरी की अवधि में रिकार्ड 5.59 लाख यात्रियों की आवाजाही हुई। इस दौरान यहां 3350 शेड्यूल और 1775 नॉन शेड्यूल विमानों का आवागमन हुआ। खास बात यह रही कि प्रयागराज एयरपोर्ट के निर्माण के बाद जितने यात्रियों का आवागमन यहां वर्ष भर में होता है उसे कहीं ज्यादा यहां महाकुंभ के मौके पर आए और गए।एक जनवरी 2019 से शुरू हुए प्रयागराज एयरपोर्ट में 31 दिसंबर 2024 तक औसतन 4.90 लाख यात्रियों का सालाना आवागमन यहां विमानों सेे हुआ।
यात्रियों की सुविधाओं के लिए किया गया इंतजाम
प्रयागराज एयरपोर्ट ने बढ़ती भीड़ को देखते हुए टर्मिनल के बाहर एक बड़ा जर्मन हैंगर पंडाल लगाया, जिससे यात्रियों को बैठने की जगह मिल सके और उनकी सुविधा में इजाफा हो सके। साथ ही महाकुंभ के दौरान एयरपोर्ट पर यात्रियों को अधिकतम सुविधाएं प्रदान करने की पूरी कोशिश की गई।
प्रयागराज एयरपोर्ट की उपलब्धियां
एयरपोर्ट ने 45 दिनों में 5,125 विमानों का आवागमन दर्ज किया। 25 फरवरी को प्रयागराज एयरपोर्ट प्रदेश का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट बन गया, जब यहां 27,673 यात्रियों का आवागमन हुआ। एयरपोर्ट ने औसतन हर दूसरे दिन नए कीर्तिमान स्थापित किए और देश के 20 सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में शामिल हुआ।