महाकुंभ-2025 दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक समागम। इस बार के त्रिवेणी संगम को और भी भव्य-दिव्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशन में प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध दिख रहा है। 13 जनवरी से पूर्व सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर लेने के लिए स्थानीय प्रशासन ने दिन-रात एक कर रखा है। रात की रोशनाई में संगम नगरी अब जगमगाने लगी है, दूर से देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता कि यह तंबुओं का शहर हाल के कुछ महीनों में ही बसाया गया है। हजारों-करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा को मद्देनजर रखकर बनाए जा रहे इस विशाल तंबू के शहर की दिव्यता और भव्यता देखते ही बन रही है। इसके अलावा भी प्रशासन तरह-तरह के प्रयासों में लगा हुआ है, जिससे की 2025 के इस महा-समागम को अद्वितीय बनाया जा सके। आइये, समझते हैं प्रशासन की तरफ से महाकुंभ को लेकर की गई तैयारियों के बारे में…
भारतीय संस्कृति की दिव्यता और भव्यता का कर सकेंगे अनुभव
महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए प्रयागराज नगर को विभिन्न प्रकार से सजाया जा रहा है। इसी क्रम में नगर के विभिन्न स्थानों पर वन्य जीवों की आकृतियां लगाई जा रही है, जो कि विशेष किस्म की लाइटिंग से चमकेंगी। शहर के चौक-चौराहों पर रंग-रोगन और भारतीय संस्कृति की दिव्यता-भव्यता को दिखाती अनेक कलाकृतियां बनाई जा रही है, जो कि खुद में बेहद खास हैं। इन कलाकृतियों को बनाने के लिए पूरे देश के नामचीन कलाकारों की मदद ली जा रही है। नगर के चौराहों पर विशेष 26 कलाकृतियां लगाई जा रही है, जो कि महाकुंभ की शोभा में चार चांद लगाएंगी।
टेंट सिटी का दिखेगा भव्य स्वरूप
महाकुंभ में विश्व के सबसे बड़े अस्थायी शहर को बसाया जा रहा है। इसकी भव्यता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यह नगर 400 हेक्टेयर में बसाया जा रहा है और इस अस्थायी नगर के 7 उपनगर भी होंगे। हर नगर का अपना थाना, पाॅवर हाउस और बाजार भी होगा। इस पूरे नगर में श्रद्धालुओं को सुरक्षा, जन सुविधा, आवागमन सहित अन्य सभी सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जाएंगी।
प्रतिमाएं बनेंगी आकर्षण का केंद्र
मां गंगा की आरती की प्रतिमा विशेष आकर्षण का केंद्र बन रही है। वहीं प्रभु श्रीराम और निषादराज की प्रतिमा कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का मन मोह लेगी। नगर के कई पुराने चौक-चौराहों पर हिरन, मोर, बत्तख की कलाकृतियां बनाकर उनके सौंदर्यीकरण का कार्य भी किया जा रहा है।