
प्रयागराज स्थित महाकुंभ में दिन प्रतिदिन श्रद्धालुओं का आवागमन जारी है। श्रद्धालुओं के आने के क्रम कोड़ेखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 28 व 29 दो दिन के लिए मौनी अमावस्या के पर्व को लेकर अवकाश घोषित कर दिया है। मौनी अमावस्या पर राज्य सरकार द्वारा तकरीबन 10 करोड़ क्षरधालुओं के आने की उम्मीद है। दो दिन पहले से ही भारी भीड़ उमड़ने लगी है। महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी संतों और कल्पवासियों तथा संस्थाओं के शिविर भर चुके हैं। रैन बसेरों में भी जगह नहीं है।
शहर के होटल से लेकर मेला क्षेत्र में बनाए गए सरकारी व निजी टेंट सिटी का भी यही हाल है। मौनी स्नान का महायोग वैसे मंगलवार रात आठ बजे के करीब से शुरू हो जाएगा मगर अखाड़ों का महास्नान बुधवार सुबह प्रारंभ होगा। अखाड़ा मार्ग को सील कर दिया गया है।
अमृत स्नान पथ पर नहीं जा सकेंगे आम श्रद्धालु
इस अमृत स्नान पथ पर अखाड़ों के ही संत-महात्मा, उनके शिष्य व भक्त जा सकेंगे। अखाड़ों के लिए संगम तट पर अलग से स्नान घाट बना दिया गया है, जहां आम श्रद्धालु डुबकी नहीं लगा सकेंगे। आम श्रद्धालुओं के लिए अलग से घाट बनाया गया है।
ऐरावत संगम घाट भी विकसित किया गया है जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों, बिहार, उड़ीसा, बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, पूर्वोत्तर के राज्यों के श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर पर अरैल में स्नान घाट बनाए गए हैं।
दिल्ली, पश्चिमी उप्र, उत्तराखंड, हरियाणा-पंजाब से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए संगम से लेकर नागवासुकि तक घाट पर स्नान कराने की तैयारी है। ट्रेनों व बसों से आने वाले श्रद्धालुओं तथा निजी वाहनों से आ रहे श्रद्धालुओं को स्नान कराकर शीघ्र ही सकुशल वापसी पर जोर रहेगा।
शहर के लोगों से चार पहिया वाहनों का प्रयोग न करने की अपील
मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर प्रयागराज शहर के लोगों से चार पहिया वाहनों का न प्रयोग करने का डीएम प्रयागराज रविंद्र कुमार मांदड़ ने किया है। एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने आह्वान किया कि प्रयाग के लोग चार पहिया वाहनों का प्रयोग न करें और प्रशासन का सहयोग करें, ताकि जाम की समस्या न उत्पन्न हो सके.।