धर्म नगरी प्रयागराज में शुरू होने जा रहे विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं। केवल देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की नजरें 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ पर टिकी हुई हैं। प्रशासन की तरफ से भी इस महाकुंभ मेले को स्वच्छ, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। विश्व भर से इस महा-समागम में जुटने वाले श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय सुविधा देने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पहली बार इतने विशाल जनसमूह या किसी धार्मिक आयोजन में मदद के लिए प्रशासन AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा ले रहा है। एक खास तरह के चैटबाट को बनाया गया है, जिसका नाम कुंभ सहायक ( kumbh sah-AI-yak) रखा गया है।
कुंभ सहायक ऐप
पहली बार कुंभ के आयोजन में AI ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एवं चैटबाट का प्रयोग किया जा रहा है। यह AI चैटबाट ग्यारह भारतीय भाषाओं में श्रद्धालुओं से संवाद करने सक्षम है। इस ऐप के माध्यम से लिखकर व बोलकर सहायता प्राप्त की जा सकती है। इस ऐप से महाकुंभ से जुड़े इतिहास, ठहरने की व्यवस्था और यात्रा पैकेज से लेकर अन्य तमाम सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
आपका साथी बनेगा कुंभ सहायक ऐप
कुंभ सहायक ऐप, महाकुंभ 2025 के लिए तीर्थयात्रियों का व्यक्तिगत सहायक है। तीर्थयात्री इसका उपयोग कर महाकुंभ, यात्रा और आवास के विकल्पों के साथ-साथ महाकुंभ के आकर्षण और अन्य स्थानों के टूर पैकेजों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं l
खोया-पाया केंद्र
इस महाकुंभ में प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष खोया-पाया केंद्र बनाया है, जो कि AI के जरिए यात्रियों को सुविधा प्रदान करेगा। इतने विशाल आयोजन में कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केंद्र श्रद्धालुओं की गुमशुदगी से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण करने में सक्षम है। इसके अलावा सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त कैमरे तथा महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने अस्थायी नगर के लिए गूगल नेविगेशन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।