
आस्था ,त्याग व समर्पण के केंद्र तीर्थराज प्रयाग में भक्ति का अद्भुद सैलाब दिखा। संगम और गंगा का हर छोर, हर घाट आस्था की हिलोरी का साक्षी बना। इतना ही नहीं महाकुंभ अपनी दिव्यता, भव्यता, आध्यात्मिक अनुभूति एवं पुण्य कल्याण भावना के साथ ही विश्व रिकार्ड के जरिए भी इतिहास में अपनी अमित छाप छोड़ रह है। मंगलवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से मेला क्षेत्र के सेक्टर एक स्थित गंगा पंडाल में 80 फीट लंबी और पांच फीट ऊंची दीवार पर सबसे लंबी हैंड प्रिंटिंग पेंटिंग बनाने के प्रयास को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।
सुबह 10 से लेकर शाम 6 बजे तक 10 हजार से अधिक लोगों ने साथ आकर विविधता में एकता, जनसहभागिता, सामाजिक समरसता और एकात्मता की भावना को आत्मसात कर महाकुंभ की सच्ची भावना को प्रदर्शित किया। यह प्रयास गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारियों की उपस्थिती में हुआ। तीन दिन के अंदर ही इस महारिकार्ड के वर्ल्ड रिकार्ड के तौर पर दर्ज होने की प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया जाएगा।
कुम्भ 2019 में इसी श्रेणी में 7660 लोगों ने साथ आकर विश्व रिकर्ड बनाया था और इस बार का प्रयास उस रिकार्ड को पीछे छोड़कर नए प्रतिमान स्थापित करने की दिशा में सार्थक कदम सिद्ध होगा। विश्व की सबसे लंबी हैंड पेंटिंग बनाने का गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर एक में गंगा पंडाल में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चला।
इसके अंतर्गत विशेष दीवार पर विभिन्न दृश्यों को साकार किया गया जिसमे समुद्र मंथन का दृश्य मुख्य है। कार्यक्रम में प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से कार्यक्र्म के नोडल अधिकारी ज्वाइट मजिस्ट्रेट राजपल्ली जगत साई उपस्थित रहे।
वहीं गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स की ओर से निर्णायक मण्डल के ऋषि नाथ अपनी टीम के साथ लंदन से आए हैं। नोडल अधिकारी राजापल्ली जगत साई के अनुसार विश्व में महाकुंभ से जन सहभागिता और सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए किया जा रहा है। इस कार्यकर्म में इको फ्रेंडली रंगों का प्रयोग हो रहा है। महाकुंभ के लिए यह रिकार्ड 10 हजार प्रतिभागियों के साथ बनाने का प्रयास किया गया।