
पौष पूर्णिमा से शुरू हुए शाश्वत और चैतन्य ऊर्जा के दिव्य स्त्रोत महाकुंभ ने शुक्रवार को 50 करोड़ श्र्द्धालुओं के स्नान का बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया। ये 50 करोड़ से अधिक की संख्या किसी भी धार्मिक सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मानव इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता बन चुकी है। इस विराट समागम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुनिया में केवल भारत और चीन की जनसंख्या ही यहां आने वाले लोगों की जनसंख्या से अधिक है।
महाकुंभ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुमान जताया था कि इस बार महाकुंभ स्नानार्थियों की संख्या का नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। उन्होने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी। उनका यह आंकलन 11 फरवरी को ही सच साबित हो चुका है। शुक्रवार को यह संख्या 50 करोड़ के ऊपर पहुंच गई। अभी महाकुंभ में 12 दिन और एक महत्वपूर्ण स्नान पर्व बाकी है। पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की यह संख्या 55 से 60 करोड़ के ऊपर जा सकती है।
यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति पर स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई। इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी। वही माघी पूर्णिमा के महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पावन स्नान किया था।
सनातन के प्रति दृण होती आस्था का परिचायक है यह आंकड़ा
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं का महारिकार्ड बनने पर कहा कि भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता के जीवंत प्रतीक महाकुंभ में अब तक पावन त्रिवेणी में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। भारत की कुल जनसंख्या में 110 करोड़ नागरिक सनातन धर्मावलंबी हैं और उसमें से 50 करोड़ से अधिक नागरिकों द्वारा संगम में स्नान उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति महान सनातन के प्रति मजबूत होती आस्था का परिचायक है।
महाकुंभ में 15 और 16 को रहेगा नो व्हीकल जोन
प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र आज और कल यानी 15 और 16 फरवरी को नो व्हीकल जोन रहेगा। शनिवार-रविवार की छुट्टी रहने की वजह से महाकुंभ में फिर से भारी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने का अनुमान है, जिसके देखते हुए प्रशासन की तरफ से पहले से एहतियात बरतते हुए ये तैयारी की गई है। इन दो दिनों तक अब मेला क्षेत्र में कोई भी गाड़ी प्रवेश नहीं कर सकेगी। बाहर से आने वाले वाहनों को प्रयागराज सीमा क्षेत्र पर बनी पार्किंग और होर्डिंग एरिया में रोका जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ में अब तक 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इस बीच वीकेंड के दोनों दिन मेला क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ने का अनुमान लगाया है, जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इस दौरान कोई भी पास भी मान्य नहीं होगा। पास वाले वाहनों को उचित पार्किंग में खड़ा कराया जाएगा। महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि वीकेंड के दिन रोजाना एक एक करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।