एक और राज्य में गठबंधन की राह पर बढ़ी भाजपा, कुनबे में हुआ इजाफा
मिशन-2019 को फतेह करने के लिए बीजेपी ने अपने कुनबे को सहेजना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन होने के बाद अब तमिनलाडु में भी बीजेपी का ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (एआईएडीएमके) के साथ गठबंधन हो गया है। बीजेपी के साथ गठबंधन होने के बाद उसका दायरा एक और राज्य में बढ़ गया है, जहां पर बीजेपी का किसी राज्य स्तर की पार्टी के साथ गठबंधन हुआ है। मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने तमिलनाडु में एआईएडीएमके के अध्यक्ष के साथ गठबंधन किया है। चेन्नई में हुए गठबंधन में भाजपा ने पीएमके और एआईएडीएमडीके जैसे दलों को सीटें बांट दी है। अमित शाह ने चेन्नई पहुंचने से पहले पीएमके ने अपनी डिमांड बढ़ा दी है। एआईएडीएमके ने अपने कोटे से चार सीटें और पीएमके को देकर उसकी सात लोकसभा सीटों की शर्तों को मान लिया है।
यह भी पढ़ें: सूरत में व्यापारियों ने वोट मांगने का निकाला अनोखा तरीका, इस तरह कर रहे अपील
बता दें एस रामादौस के नेतृत्व वाली पीएमके के पास उत्तरी तमिलनाडु में अच्छा सपोर्ट बेस है। पार्टी का खास करके ओबीसी वनियार समुदाय में अच्छा दबदबा है। पार्टी ने 1999 लोकसभा चुनाव के बाद से राज्य में 5 से 10 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करता रहा है। इस बार के तय फॉर्मूले में पीएमके को महज तीन लोकसभा सीटें देने का फॉर्मूला तैयार किया गया था। पीएमके को इससे ज्यादा सीटों को देने के लिए राजी नहीं थे, जबकि पीएमके ने 5 लोकसभा सीटें मांगी थी। ऐसे में भाजपा और एआईडीएमके गठबंधन पर भी सकंट मंडराता नजर आ रहा था, लेकिन पीएमके को सात सीटें देने के बाद भाजपा यह गठबंधन बनाने में कामयाब रही। आखिरकार अब बात को तय कर लिया गया है। अपनी मांगों पर गठबंधन से छिटकती दिख रही पट्टली मक्कल काची(पीएमके) को अब बड़ा फायदा हुआ है, पीएमके को कुल 39 सीटों में से 7 सीटें दी गई है। एआईएडीएमके विधानसभा उपचुनाव में 21 सीटों लड़ेगी और उसका सपोर्ट पीएमके करेगी। इसके बदले में अब पीएमके को लोकसभा की 7 सीटें मिली है।
यह भी पढ़ें: ...तो प्रियंका गांधी इस बार नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, संगठन के लिए करेंगी काम
सीटों का यह था फॉर्मूला
तमिलनाडु में 39 सीटों को लेकर होने वाले बंटवारे में इस बार एआईएडीएमडीके को सबसे ज्यादा 25 सीटें मिलनी थीं। एआईएडीएमडीके अपने कोटे की सीटों में से जीके वासन की टीमएमसी, एन रंगास्वामी की एनआरसी और के कृष्णास्वामी की पीटी जैसी पार्टियों को सीटें देने वाली थी। इसमें से बची 14 सीटों में बीजेपी को 8, पीएमके को 3 और डीएमडीके को 3 सीटें दी जानी थी। पुड़चेरी की एकमात्र सीट गठबंधन में पीएमके के खाते में चली गई है। अब एआईएडीएमडीके ने हिस्से की 4 सीटें पीएमके को दे दी और अब वह महज 21 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तमिलनाडु में 2019 की सियासी लड़ाई काफी दिलचस्प होती हुई नजर आ रही है। डीएमके ने जहां कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है] तो बीजेपी के सामने एआईएडीएमडीके समेत छोटे दलों को मिलाकर चुनावी मैदान में उतरने की चुनौती है।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस सत्ता में आई तो कर्मचारियों को मिलेगी पुरानी पेंशन: प्रियंका गांधी
विपक्ष की भी पूरी तैयारी
तमिलनाडु में विधानसभा चुनावों से पहले लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमडीके को हराने के लिए पूरी तैयारी में डीएमके सहित अन्य पार्टियां जुट गई है। पिछले लोकसभा चुनाव में 37 सीटों पर कब्जा जमाने वाली एआईएडीएमडीके को मात देने के लिए पूरी तैयार ली गई है। डीएमके ने एआईएडीएमडीके को हराने के लिए कांग्रेस सहित 8 दलों के साथ गठबंधन करने की तैयारी में है। ऐसे में एआईएडीएमडीके इस चुनौती से निपटने के लिए अपने साथ बीजेपी सहित पीएमके को भी जोड़कर रखना चाहती है ताकि बाद में नुकसान न उठाना पड़े।
इस सेक्शन की और खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...