पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ेंगी आतिशी, टिकट मिलने की यह है वजह

आम चुनावों के दिन जैसे-जैसे समीप आते जा रहे है वैसे ही वैसे सियासी हलचल बढ़ने लगी है। दिल्ली में आज आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने के बाद दिल्ली में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। यहां से चुनाव जीतने के लिए आप ने दिल्ली की शिक्षा सलाहकार रहते हुए सरकारी स्कूलों की काया पलट करने वाली आतिशी को टिकट दिया है।
ऑक्सफर्ड से पढ़ाई करने वाली आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा सलाहकार थी और उन्होंने सरकारी स्कूलों का पूरी तरह से कायाकल्प कर दिया। पिछले दिनों क्राउड फंडिंग अभियान में आतिशी को पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा से लेकर गुजरात से विधायक जिग्नेश विधायक तक ने समर्थन किया। आतिशी पिछले दिनों उस समय चर्चा में आई जब उन्होंने आतिशी मार्लेना ने सोशल मीडिया पर मार्लेना हटा लिया। इसको लोकसभा चुनाव से जोड़ा गया। पार्टी ने इस बार यहां से महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी को टिकट नहीं दिया। पिछले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उन्हें यहां से उम्मीदवार बनाया था।
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आतिशी को जन-जन का मिला समर्थन
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों को उतारने से पहले क्राउड फंडिंग अभियान चलाया था। इसमें आतिशी को जन-जन का सहयोग मिला। आतिशी की उम्मीदवारी के लिए भरपूर समर्थन मिलने के बाद आखिरकार आम आदमी पार्टी ने उन्हें यहां से उतारने का फैसला किया है। इससे पहले सोशल मीडिया पर #ISupportAtishi ट्रेंड हुआ थ। इसमें पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने आतिशी कि उम्मीदवारी पर खुशी जताते हुए कहा, 'आतिशी ने सरकारी स्कूलों में सुधार लाया है। स्कूलों की गुणवत्ता में जो सुधार आया है, उसके लिए उन्हें बहुत श्रेय जाता है। उन्होंने कठोर परिश्रम से ये सब हासिल किया है और उन्हें लगता है कि आतिशी जैसे व्यक्ति की आवाज संसद में गूंजनी चाहिए।' यशवंत सिन्हा ने आतिशी के स्कूल वाले अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर लाने की बात कहीं। उन्होंने कहा जनता से अपील भी कि पूर्वी दिल्ली से आतिशी को चुनकर संसद भेजें। यही नहीं गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी आतिशी का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान कुछ प्रत्याशी ऐसे होते हैं, जिनको जाति और धर्म से ऊपर उठकर समर्थन देने का मन करता है, आतिशी उनमें से एक हैं। आतिशी एक प्रगतिशील महिला हैं, जिन्होंने शिक्षा पर काफी काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर आतिशी जीतती हैं, तो वे संसद का नगीना बनकर उभरेंगी। सुप्रीम कोर्ट की वकील करुणा नंदी ने भी आतिशी का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि दिल्ली की शिक्षा सलाहकार रहते हुए आतिशी ने स्कूलों की काया पलट दी है। उन्होंने कहा कि आतिशी ऑक्सफर्ड से शिक्षा हासिल करके देश में काम करने के लिए लौटी हैं। ऐसी महिला की संसद में उपस्थिति बेहद जरूरी है। लेखक मनु पिल्लई ने ट्वीट कर आतिशी की उम्मीदवारी पर खुशी जताई।
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पूर्वी दिल्ली से इसलिए दिया टिकट
10 विधानसभाओं वाली जंगपुरा, पड़पड़गंज, कृष्णा नगर, ओखला, लक्ष्मी नगर, गांधी नगर, त्रिलोकपुरी, विश्वास नगर, शाहदरा और कुंडली वाली इस लोकसभा सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव समय 1,829,578 मतदाता रहे। भारत की अधिक आबादी वाली सीटों में शामिल इस सीट पर चुनाव काफी रोचक रहे हैं। पूर्वी दिल्ली से वर्तमान सांसद महेश गिरी के कार्यों से यहां की जनता नाराज है। जनता की नाराजगी को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को यहां से मैदान में उतारा है, जिसकी छवि बेहतर है। आतिशी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोसिया की सलाहकार रहते हुए समाज को सशक्त बनाने के लिए बुनियादी शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया है। शिक्षा व्यवस्था के लिए अरबों रुपये का बजट दिया गया। पिछले दिनों आप की तरफ से कराए गए सर्वे में यहां की 90 प्रतिशत जनता सांसद के कामों से नाराज दिखी। पूर्वी दिल्ली में डीडीए और एमसीडी की सड़कों का खस्ता हाल है। जबकि दिल्ली सरकार ने यहां पर बेहतर कार्य कराएं है।
यहां से ये रहे हैं सांसद
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट देश के राजनीतिक माहौल में काफी निर्णायक रही है। यहां से ऐसे सांसद चुनकर गए है जिनका भारत की राजनीति में काफी अहम कद रहा है। इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित सांसद चुने गए हैं। उनके अलावा यहां से पहली बार 1967 में भारतीय जनसंघ के हरदयाल देवगन ने कांग्रेस के बी मोहन के विरुद्ध जीता था। उनके बाद इस सीट से 1971 में कांग्रेस के एचकेएच भगत ने भारतीय जनसंघ के हरदयाल देवगन को हराया। एचकेएच भगत यहां से तीन बार सांसद रहे। 1998 में इस सीट से शीला दीक्षित ने चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें लाल बिहारी ने हरा दिया। लाल बिहारी तिवारी यहां से तीन बार सांसद रहे। कांग्रेस के संदीप दीक्षित यहां से दो बार सांसद रहे। 2009 में संदीप दीक्षित ने बीजेपी के उम्मीदवार चेतन चौहान को हराया।
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