जानें, आखिर क्यों मोदी 2.0 में नहीं मिल पाई इन मंत्रियों को जगह

पीएम नरेंद्र मोदी ने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत कर दी है, 57 मंत्रियों के साथ शपथ लेकर मोदी सरकार ने काम शुरू कर दिया है। मोदी कैबिनेट में इस बार कुछ अहम चेहरों को जगह नहीं मिल पाई है, जो कि पिछली बार मोदी कैबिनेट में शामिल थे। पिछले कार्यकाल में 26 मई 2014 को 45 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। कुछ समय बाद मंत्रीमंडल का विस्तार किया गया था और मंत्रियों की संख्या 76 हो गई थी।
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार के संभावित मंत्रियों की ये है सूची, इन्हें मिल सकता है बड़ा ओहदा
दूसरी बार शपथ लेते हुए पीएम मोदी ने कई ऐसे बड़े चेहरे नहीं शामिल किए है, जिसकी वजह से ये कैबिनेट चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इसमें मोदी के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली से लेकर अन्य मंत्री है। हालांकि जेटली ने ट्वीट कर पहले ही खुद को नहीं शामिल किये जाने की बात कह दी थी। इसके अलावा जिससे नहीं शामिल किया गया है, उनमें सुषमा स्वराज, सुरेश प्रभु, जेपी नड्डा, मेनका गांधी, उमा भारती, सत्यपाल सिंह, महेश शर्मा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और जयंत सिन्हा का नाम है। इन लोगों का नाम न शामिल किया जाना सबको हैरान करता है।
यह भी पढ़ें: जानें आखिर क्यों इन नए चेहरों को दी गई पीएम मोदी की कैबिनेट में जगह
वैसे, इन मंत्रियों के अलावा राधा मोहन सिंह, अनंत सिंह गीते, अनुप्रिया पटेल, अनंत कुमार हेगड़े, रामकृपाल यादव, मनोज सिन्हा, चौधरी बीरेंद्र सिंह, जुएल ओरम, अल्फोंस, विजय गोयल, एसएस अलुवालिया, हंसराज अहीर, शिवप्रताप शुक्ला, सुदर्शन भगत, विजय सापला, अजय टम्टा, पीपी चौधरी, कृष्णा राज, सुभाष भामरे, छोटू राम चौधरी, राजेन गोहिन, विष्णुदेव साई, रमेश चंदप्पा और पोन राधाकृष्णन को भी इस बार मोदी सरकार में जगह नहीं मिली है।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
