ईवीएम भी हुई पास, सही पाए गए वीवीपैट से 100 फीसदी मिलान
लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आ चुके हैं, NDA जल्द ही अपनी सरकार बनाएगी लेकिन इन सबके बीच कई बार ईवीएम की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल उठे हैं और सही कारण है कि अब ईवीएम और वीवीपैट की ज्यादा से ज्यादा पर्चियों की मिलान की मांग भी की जा रही थी।
चुनाव परिणाम के बाद चुनाव आयोग के आंकड़े कहते हैं कि ईवीएम और वीवीपैट का मिलान पूरी तरह से सही निकला और ईवीएम में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के अनुसार, 20625 वीवीपैट में से एक भी मशीन के मिसमैच होने की खबर नहीं मिली। इस लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ वोटर्स को मतदान करना था, जिसके लिए आयोग ने कुल 22.3 लाख बैलेट यूनिट, 16.3 लाख कंट्रोल यूनिट और 17.3 लाख वीवीपैट इस्तेमाल की थी।
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लोकसभा चुनाव 2019 में 17.3 लाख वीवीपैट में से 20,625 वीवीपैट का ईवीएम से मिलान किया गया जबकि पिछली बार महज 4125 वीवीपैट का ईवीएम से मिलान किया गया था।
ईवीएम में छेड़छाड़ की संभावना को देखते हुए चेन्नई की एक एनजीओ (Tech4all) ने ईवीएम और वीवीपैट की पर्चियों की 100 फीसदी मिलान की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 7 मई को 21 विपक्षी दलों को तगड़ा झटका देते हुए ईवीएम और वीवीपैट की 50 फीसदी पर्चियों के मिलान की मांग को खारिज कर दिया था। विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी, जिसे अदालत की ओर से खारिज कर दिया गया।
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