कांग्रेस में शामिल होंगे हार्दिक, अल्पेश थामेंगे बीजेपी का दामन!
पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर स्टार बने हार्दिक पटेल जल्द ही अपनी सियासी पारी शुरू कर सकते हैं। वे अपनी सियासी पारी कांग्रेस के साथ करेंगे। विधानसभा चुनावों के दौरान गुजरात में कांग्रेस के लिए वोट मांगने वाले हार्दिक पटेल को पार्टी जल्द ही अपने साथ शामिल कर सकती है। कांग्रेस उन्हें जामनगर लोकसभा क्षेत्र से इस आम चुनाव में उतार सकती है। बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस पार्टी में 12 मार्च को राहुल गांधी की उपस्थिति में शामिल होंगे।
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बता दें विधानसभा चुनावों ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वे राघनपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचें थे। बताया जा रहा है कि अब अल्पेश ठाकोर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बीजेपी यहां पर चुनाव जीतने के लिए अल्पेश को अपने साथ मिलाकर उन्हें सीधे मंत्री बना सकती है। सचिवालय के स्वर्णिम संकुल 2 के दफ्तर में साफ-सफाई शुरू कर दी गई है।
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पूनमबेन मादम को देंगे टक्कर
जामनगर लोकसभा क्षेत्र से इस समय भारतीय जनता पार्टी की नेता पूनमबेन मादम सांसद हैं। पूनमबेन मादम हमेशा ही चर्चा में रही है। पूनमबेन मादम के ऊपर ही कुछ मिनटों में 3 करोड़ रुपये की बारिश हुई थी। इसके अलावा वह 2016 में 10 फीट गहरे नाले में गिर गईं। उसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। इस दौरान उन्हें सिर और पैर में चोटें आई थी। वह जामनगर के जाला राम नगर में लोगों से मुलाकात करने पहुंची हुईं थीं। यही नहीं अभी हाल ही में रवींद्र जडेजा में पत्नी रिहाबा जडेजा भी बीजेपी में शामिल हो गई है। ऐसे में कांग्रेस यहां से मजबूत उम्मीदवार उतारने जा रही है और कांग्रेस हार्दिक पटेल को यहां से उतारने जा रही है।
यहां से भी थी लड़ने की थी उम्मीद
उत्तर प्रदेश में भी गठबंधन हार्दिक पटेल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी से उन्हें चुनाव मैदान में उतारने पर विचार कर रहा था। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने 21 फरवरी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात भी की थी, लेकिन शायद बता नहीं। हार्दिक पटेल ने कहा था कि सपा-बसपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में भाजपा को हरा सकता है। उन्होंने अर्धसैनिक बल कर्मी को पूर्ण सैनिक का दर्जा देने की मांग की थी। सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के रास्ते को 50 बार चेक किया जाता है, आखिर जवानों के रास्ते को अलर्ट के बाद भी क्यों नही चेक किया गया।
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