कांग्रेस संसदीय दल की नेता बनी रहेंगी यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी

यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को कांग्रेस के नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों ने एक बार फिर से संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। पूरे देश से चुनकर आए कांग्रेस के 52 सांसदों ने अपनी पहली बैठक में उन्हें चुन लिया है। सोनिया गांधी को संसदीय दल का नेता एक बार फिर बनाए जाने का प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखा। संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों ने भी भाग लिया।
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सीपीपी की बैठक संसद के सेंट्रल हॉल में हुई, जिसमें संसद के आगामी सत्र के लिए रणनीति भी तय की गई। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सोनिया गांधी ने भारत के 12.5 करोड़ मतदाताओं को धन्यवाद दिया, जिन्होंने कांग्रेस को वोट दिया और कहा कि वह हर भारतीय के लिए लड़ेंगे। बता दें कि 543 सदस्यों वाली लोकसभा में इस बार कांग्रेस के 52 सांसद चुनकर आए हैं। ऐसे में इस बार भी लोकसभा को नेता प्रतिपक्ष नहीं मिल पाएगा क्योंकि संसद में उसके लिए 55 सदस्यों की जरूरत होती है।
संविधान के लिए लड़ रहे हैं हम: राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसदीय दल की बैठक में सांसदों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी सदस्यों को एक बात याद रखनी चाहिए कि हम सभी संविधान और हर भारतीय के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम हारे हैं, लेकिन इसके बाद भी आगे लड़ते रहेंगे। बता दें आने वाले समय में कांग्रेस के सामने इस बार लोकसभा में नेता को चुनने में एक बड़ी मुश्किल और आएगी कि उसके पास बहुत सारे विकल्प नहीं हैं। यह भी कहा जा रहा है कि राहुल गांधी इस्तीफा देने पर अड़े हुए है। ऐसे में पार्टी नेताओं की जिम्मेदारी कुछ ज्यादा हो जाती है। बता दें 16वीं लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में कांग्रेस के नेता और ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्य सचेतक थे।
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