राहुल ने क्यों चुनी वायनाड सीट, बीजेपी ने किसे दिया समर्थन, पढ़ें पूरी खबर
कांग्रेस के अध्यक्ष दक्षिण भारत में पार्टी को मजबूत करने के लिए इस बार अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वह यहां पर क्यों आ रहे हैं इसके पीछे कांग्रेसियों का तर्क है कि तीन राज्यों की सीमा पर सीट होने के कारण इसका लाभ तीनों ही जगह पर मिलेगा। वायनाड सीट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा है। केरल की कांग्रेस कमेटी ने एक प्रस्ताव पारित कर कहा था कि राहुल गांधी उनके प्रदेश में कहीं से भी चुनाव लड़ें। ऐसे में अब वह चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वहीं, बीजेपी कह रही है कि अमेठी की जनता से कैसा चौकीदार चुना है जो कि छोड़ कर जा रहा है। बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ यहां से चुनाव लड़ रहे भारत धर्म जन सेना के उम्मीदवार तुषार वेल्लापल्ली को समर्थन देने का फैसला किया है।
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दक्षिण भारत का बदला सियासी गणित
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यहां पर 23 अप्रैल को चुनाव है और गुरुवार को केरल की वायनाड सीट से नामांकन करने जा रहे हैं। कांग्रेस महासचिव और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि राहुल की उम्मीदवारी के कारण दक्षिण भारत में पूरा चुनावी परिदृश्य काफी बदल गया है। उनके यहां पर आने से तीन राज्यों में सीधे-सीधे लाभ होने जा रहा है। राहुल का जैसे ही यहां पर आने का संदेश मिला है, वैसे ही पूरी राजनीति बदल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का संदेश पूरे देश में एक सा दिखता है। उन्होंने कहा केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में सफलता मिलेगी। बता दें वायनाड जिला कर्नाटक और तमिलनाडु दोनों राज्यों की सीमा को साझा करता है।
आखिर कौन हैं तुषार वेल्लापल्ली
केरल की वायनाड सीट से चुनाव राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे तुषार वेल्लापल्ली भारत धर्म जनसेना (बीडीजेएस) के अध्यक्ष हैं और ओजस्वी युवा नेता हैं। तुषार वेल्लापल्ली बीडीजेएस के प्रदेश अध्यक्ष और केरल में एनडीए के संयोजक हैं। तुषार श्री नारायण धर्म परिपालन योगम (एसएनडीपी) के उपाध्यक्ष भी हैं। यह केरल के इजावा समुदाय का शक्तिशाली संगठन है। केरल की कुल आबादी में 22 प्रतिशत इजावा समुदाय का वोट है। वह वेल्लापल्ली नाटेसन के बेटे हैं, जिन्होंने 2015 में भारत धर्म जन सेना की स्थापना की थी। केरल में गठबंधन वाली इस पार्टी के अध्यक्ष को पहले त्रिशूर से टिकट दिया गया था और तुषार वहां चुनाव प्रचार भी शुरू कर चुके हैं। केरल की सहयोगी पार्टी बीडीजेएस को लोकसभा चुनाव में 5 सीटें मिली हैं। कुछ समय पहले जब राहुल गांधी को यहां से टिकट दिया गया तो फिर वेलापल्ली को वायनाड से उतारा गया। यहां पर 23 अप्रैल को चुनाव है। आज तुषार वेल्लापल्ली की घोषणा करते हुए अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'मैं भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली को गर्व के साथ वायनाड से एनडीए का उम्मीदवार घोषित करता हूं।' बीजेपी अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि उनके साथ एनडीए केरल में राजनीतिक विकल्प के तौर पर उभरेगा।
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कांग्रेस का गढ़ हैं वायनाड लोकसभा सीट
केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने जा रहे राहुल गांधी के लिए यह सीट कांग्रेस के लिए लकी रही है। वायनाड की सीट कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है। इस सीट से कांग्रेस के नेता एमआई शनवास पिछले दो बार से चुनाव जीत चुके हैं और यहां बीजेपी रेस में भी नहीं रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एमआई शनवास ने सीपीआई को हराकर यहां से सीट दर्ज की थी। यही नहीं 2009 के लोकसभा चुनाव में भी एमआई शनवास ने सीपीआई के ही एम रहमतुल्लाह को हराया था। वायनाड की सीट 2008 में परिसीमन के बाद सियासी अस्तित्व में आई थी। वायनाड की सीट कन्नूर, मलाप्पुरम और वायनाड की संसदीय क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया है। इस सीट पर पिछले चुनाव के वोट शेयर देखें तो कांग्रेस को 41.21 फीसदी मिले थे, वहीं बीजेपी को करीब 9 फीसदी और सीपीआई को करीब 39 फीसदी वोट मिले है। वहीं, साल 2014 में राहुल गांधी अमेठी से लगातार तीसरी बार सांसद बने थे। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी को 1,07,000 मतों से हराया था। इससे पहले 2009 में कांग्रेस अध्यक्ष की जीत का अंतर 3,50,000 से भी ज्यादा का रहा था। हालांकि राहुल गांधी के इस सीट से चुनाव लड़ने के फैसले सीपीआईएम ने नाराजगी जताई है और कहा कि ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस अब बीजेपी को छोड़ लेफ्ट से दो-दो हाथ करना चाहती है।
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