देश के कई इलाकों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी की वजह से लोग कई बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। अस्पतालों में अब ब्रेन हेमरेज के मामले सामने आ रहे हैं। इसको देखकर डॉक्टर भी अलर्ट पर है। दिल्ली के एम्स, सफदरजंग समेत कई अस्पतालों में इस तरह के केस सामने आए हैं। आमतौर पर गर्मियों में ब्रेन हेमरेज के केस कम ही आते हैं, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि तेज गर्मी और तापमान में अचानक हो रहे बदलाव के कारण लोग ब्रेन हेमरेज का शिकार हो सकते हैं.।
अस्पतालों में ब्रेन हेमरेज को जो मरीज भर्ती हो रहे हैं उनमें कम उम्र के लोग भी हैं। इनमें कुछ मरीजों को हाई बीपी की बीमारी भी है। गर्मी के मौसम में तेज धूप और फिर अचानक AC में बैठने से ब्रेन हैमरेज होने का खतरा बढ़ जाता है। तापमान का अचानक बढ़ना और घटने से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है, जिससे हेमरेज हो जाता है। ब्रेन हैमरेज के कुछ मरीजों को वेंटिलेटर पर भी रखना पड़ रहा है।
क्यों हो रही ये परेशानी
सफदरजंग हॉस्पिटल में सीनियर रेजिडेंट डॉ. दीपक सुमन बताते हैं कि इस समय तेज गर्मी पड़ रही है। बाहर गर्मी है, लेकिन ऑफिस और घरों में लोग एसी में रहते हैं। शरीर करीब 50 डिग्री तापामान से अचानक 20 से 25 डिग्री तापमान में चला जाता है। ऐसे में ब्रेन के फंक्शन में गड़बड़ हो जाती है। ब्रेन तापमान में अचानक हुए इतने बदलाव को एडजस्ट नहीं कर पाता है। ब्रेन को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और हेमरेज होता है। ऑक्सीजन न मिलने से दिमाग की नसों को नुकसान होता है दिमाग में मौजूद नसें फट जाती है। इस वजह से ब्रेन में ब्लीडिंग होने लगती है। अगर समय पर मरीज का इलाज न हो तो मौत भी हो सकती है।
क्या हैं लक्षण
अचानक बहुत तेज सिरदर्द
चेहरे का सुन्न होना
बोलने में परेशानी
चलने में परेशानी
कैसे करें बचाव
जो लोग हाई बीपी का शिकार हैं, स्मोकिंग करते हैं या हार्ट की कोई बीमारी है उनको ब्रेन हेमरेज का रिस्क अधिक होता है। इन लोगों को इस मौसम में अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। ऐसे लोग धुप से एसी में जाने से पहलें अपनी शरीर को तापमान को नॉर्मल करें। किसी ऐसी जगह रूकें जहां न धूप और न एसी। ऐसे स्थान पर 5 से 10 मिनट रखकर तापमान को नॉर्मल करने के बाद ही एसी में जाएं।