सर्दी के दिनों में आलस दूर करना है तो अपनाएं ये तरीकें
सर्दियों के महीनों में आलस महसूस होना बहुत आम बात है। ठंड के कारण
कई लोग वर्कआउट करना भी बंद कर देते हैं। और अपने घरों में ही रहना पंसद करते हैं। अगर आपका भी ठंड
के दिनों में यही हाल होता है, तो घबराए नहीं बस कुछ बातों का ध्यान रखिए। क्योंकि
कई बार आलस से स्वास्थ्य संबंधी बड़ी समस्याएं भी हो जाती है।
एक्सपर्ट बताते हैं कि ''यदि आप अपना ज्यादा समय घर के अंदर रहकर बिताते
हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए रेड सिग्नल है। ज्यादा समय खाली बैठे रहने से
शरीर सुस्त होता जाता है। और इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
जिससे मधुमेह, हृदय
रोग जैसी बीमारियां हो जाती हैं। इसके अलावा, आपका वजन भी बढ़ सकता है''।
आलस दूर करने के यें है आसान और असरदार तरीकें
सुबह की शुरूआत एक गिलास गुनगुने पानी के साथ करें- यदि आप सुबह जग
तो जाते हैं पर अपने बेड से उठने का मन नहीं करता है, आलस रहती है। तो सुबह की शुरूआत
एक गिलास गुनगुना पानी पीकर करें। इससे दिनभर आप ताजा महसूस करेंगे। इतना ही नहीं गुनगुना पानी त्वचा,
और बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
व्यायाम करें- योग या किसी भी प्रकार की फिज़िकल एक्टिविटी बॉडी गर्म
रखने, इम्यून सिस्टम को बेहतर करने, फ्लू और सर्दी जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव करने में सहायता करता है।
पौष्टिक खाना खाएं- इम्युनिटी बढ़ाने के लिए साबुत अनाज, लीन मीट, मछली, पोल्ट्री, फलियां, नट और बीज, जड़ी-बूटियां
और मसाले के साथ-साथ ताजे फल और सब्जियां खाएं। विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ
लें, क्योंकि यह इम्यून
सिस्टम को मजबूत करने और आपके शरीर को फिट रखने में मदद करता है। हाई-कैलोरी विंटर
डिलाइट्स का सेवन न करें।
नियमित स्वास्थ्य चेकअप कराएं- सर्दियों में लोग घर में रहना पसंद करते हैं। परिवार
में असानी से सब एक दूसरे के संपर्क में आ जाते हैं, जिससे बीमारियां जल्दी और
आसानी से फैल जाती हैं। इसके अलावा,
धुंधली जलवायु और कम धूप बैक्टीरियों के विकास में मदद करती हैं। इसलिए
नियमित स्वास्थ्य
जांच करवाते रहना चाहिए।
पर्याप्त नींद लें- पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह
अगले दिन ऊर्जा और भूख के स्तर को स्थिर करते हुए शरीर में पुन: ऊर्जा पैदा करने
में मदद करता है। नेशनल हार्ट, लंग
एंड ब्लड इंस्टीट्यूट (NHLBI) द्वारा
जारी आंकड़ों के अनुसार, यह बताया
गया है कि एक व्यक्ति को रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे सोना चाहिए। यदि कोई स्लीप
एपनिया, स्लीप डिसऑर्डर
से पीड़ित है, तो
उसे तुरंत जांच करवानी चाहिए क्योंकि यह हृदय रोगों से जुड़ा होता है।
मौसम के अनुसार पहने कपड़े- सर्दियों के दिनों में कम कपड़े पहनकर बाहर
जाने से बचना चाहिए। हाइपोथर्मिया से बचने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि गर्म कपड़े
पहने। विशेष
रूप से एक कोट, टोपी, दस्ताने और गर्म मोजे पहनकर ही बाहर
निकलें। चूंकि सिर से बहुत अधिक गर्मी निकल जाती है, इसलिए एक स्कार्फ और/या टोपी पहनना चाहिए। गर्म कपड़ों की सफाई पर
विशेष ध्यान दें।
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