गलत खान-पान और जीवनशैली रोगों की जननी है यह बात जानते हुए भी हम अपनी सेहत को लेकर लापरवाही बरतते हैं। अगर हम रोजाना लगभग पांच ग्राम नमक खाएं तो अपने न सिर्फ दिल बल्कि किडनी को भी तंदरुस्त रख सकते हैं। WHO ने प्रतिदिन दो ग्राम से कम सोडियम खाने की सिफ़ारिश की है। यह मोटे तौर पर प्रतिदिन एक चम्मच या पांच ग्राम नमक के बराबर है।
यह विडंबना ही है कि भारतीय WHO की सिफ़ारिश से दो गुना नमक का सेवन कर रहे हैं। तभी तो प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल लैसेंट की यह ताजा रिपोर्ट आगाह करने वाली है। इसके अनुसार WHO की तय सीमा में नमक सेवन से 10 वर्षों में दिल और किडनी रोग के कारण होने वाली तीन लाख मौतों को रोका जा सकता है।
नमक में मौजूद सोडियम का उच्च स्तर मौत और विकलांगता के जोखिम में से एक है। पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में सोडियम की अधिक मात्रा होती है। उच्च आय वाले देशों में पैकेज्ड खाद्य पदार्थों का अधिक चलन है। निम्न और मध्यम आय वाले देशों में भी यह तेजी से बढ़ रहा है। द लांसेंट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध के परिणामों से पता चला कि WHO की अनुषंशा के अनुपालन के पहले 10 वर्षों के भीतर पर्याप्त स्वास्थ्य लाभ और बीमारी पर खर्च लागत में कमी संभव है।
दिल के रोगों जैसे दिल का दौरा संबंधी 17 लाख मामलों और किडनी रोग के 7 लाख मामलों को रोका जा सकता है। इससे 80 करोड़ अमेरिकी डालर की बचत हो सकती है। हैदराबाद स्थित जार्ज इन्स्टीट्यूट फार ग्लोबल हेल्थ के शोध कर्ताओं ने कहा की भारत में सोडियम के उपभोग में कमी लाने के लिए कोई राष्ट्रीय नीति नहीं है। पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की मात्र भी बढ़ रही है।
भारत में सोडियम के उच्च स्तर के उपभोग की समस्या से निपटने के लिए बहुत कम उपाय किए गए हैं। हालांकि शोधकर्ताओं ने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा 2018 में शुरू की गई वर्तमान राष्ट्रीय पहल ‘ईट राइट इंडिया’ का उद्देश्य लोगों को सोडियम में कटौती सहित स्वस्थ भोजन के बारे में शिक्षित करना है।
कई देशों में पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में सोडियम की मात्रा निर्धारित
शोध के लेखकों ने कहा कि ब्रिटेन, अर्जेन्टीनाऔर दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों में दिखाया गया है कि पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में सोडियम की मात्रा के संबंध में लक्ष्य निर्धारित करने के साथ-साथ खाद्य निर्माताओं को लक्ष्य पूरा करने के लिए सोडियम की मात्रा में सुधार करने के लिए प्रेरित करने से पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में सोडियम के स्तर को प्रभावी रूप से कम किया जा सकता है। इस प्रकार सोडियम के सेवन को कम किया जा सकता है।