उत्तर प्रदेश में दिवाली पर मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं बेहतर ढंग से संचालित की जाएंगी। पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाई जाएगी। सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं, रेडियोलाजी और पैथोलाजी लैब भी खुले रहेंगे। रेडियोलाजिस्ट और पैथोलाजिस्ट को भी रात में ड्यूटी पर तैनात रहने के लिए कहा गया है। ज़रूरी कार्य को छोड़कर त्योहार पर किसी भी चिकित्सक व स्टाफ को अवकाश नहीं दिया जाएगा।
पटाखे के कारण जलने, दुर्घटना में घायल व विषाक्त भोजन खाकर बीमार होने वाले लोगों के उपचार के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। त्योहार को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व चिकित्सा विभाग की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से यह आदेश जारी किया गया है। उन्होने सभी मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में बेड का इंतजाम करने का निर्देश दिया है। सभी 108 व 102 एम्बुलेंस सेवा की एंबुलेंस एलर्ट मोड पर रहेंगी।
दरअसल दीपावली पर आतिशबाजी और झालर लगाने के दौरान झुलसने के मामले बढ़ते हैं। इसके अलावा फूड प्वाइजनिंग के भी केस आते हैं। त्योहार के समय ऐसे मरीजों के इलाज में किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए राजधानी के सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों के अलावा सीएचसी पीएचसी में भी व्यवस्था दुरुस्त कराई गई है।
सीएमओ ने बताया कि सभी सीएचसी और पीएचसी पर 24 घंटे इलाज की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा जिला अस्पतालों में भी बेड आरक्षित किए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर अन्य बेडों पर भी भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जाएगा।