
कर्नाटक सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं:
- टैटू पार्लरों के लिए सख्त नियमों की योजना
- इडली बनाने में प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध
1. टैटू पार्लरों के लिए नए और सख्त नियम
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने घोषणा की कि टैटू पार्लरों को अधिक सुरक्षित और स्वच्छ बनाने के लिए नए दिशा-निर्देश लाने की योजना है।
टैटू स्याही में खतरनाक तत्व पाए गए
स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा टैटू स्याही के हाल ही में किए गए परीक्षणों में 22 तरह के खतरनाक तत्व पाए गए। इनमें शामिल हैं:
- भारी धातुएं (मेटल्स) – जो त्वचा कैंसर का कारण बन सकती हैं।
- एचआईवी (HIV) और हेपेटाइटिस बी व सी – अस्वच्छ उपकरणों के कारण संक्रमण का खतरा।
- बैक्टीरिया (स्टैफिलोकोकस ऑरियस) – जो त्वचा में गंभीर संक्रमण फैला सकता है।
संक्रमण और बीमारियों का बढ़ता खतरा
टैटू स्याही और अस्वच्छ उपकरणों के कारण संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे निम्नलिखित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है:
- स्किन कैंसर
- एचआईवी/एड्स
- हेपेटाइटिस बी और सी
- त्वचा संबंधी अन्य बीमारियां
सरकार केंद्र से मांगेगी हस्तक्षेप
राज्य सरकार चाहती है कि केंद्र सरकार टैटू प्रक्रिया के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दिशा-निर्देश लागू करे। इससे टैटू पार्लरों की स्वच्छता और स्याही की गुणवत्ता को नियंत्रित किया जा सकेगा।
2. इडली बनाने में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध
28 फरवरी को कर्नाटक सरकार ने राज्य के सभी होटलों और रेस्तरां में इडली बनाने में प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
प्लास्टिक के उपयोग से स्वास्थ्य संबंधी खतरे
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के टेस्ट में यह पाया गया कि:
- प्लास्टिक से जहरीले रसायन निकलते हैं, जो खाने में मिल सकते हैं।
- ये रसायन कैंसर, हार्मोनल असंतुलन और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
- प्लास्टिक के संपर्क में आने से खाने की गुणवत्ता खराब होती है और यह पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।
क्यों लगाया गया यह प्रतिबंध?
- कई होटलों और रेस्तरां में इडली पकाने के लिए प्लास्टिक शीट्स का इस्तेमाल किया जाता है।
- यह प्लास्टिक गर्म होने पर जहरीले रसायन छोड़ती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- सरकार अब इस नियम को सख्ती से लागू करेगी और उल्लंघन करने वाले होटलों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
सरकार का उद्देश्य और भविष्य की योजनाएं
- कर्नाटक सरकार इन कदमों के जरिए सार्वजनिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना चाहती है।
- खाने में प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोककर भोजन की गुणवत्ता को सुधारना।
- खाद्य एवं औषधि विभाग और अन्य एजेंसियों के सहयोग से इन नियमों का सख्ती से पालन करवाना।
कर्नाटक सरकार के ये कदम राज्य में स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए बेहद अहम हैं। टैटू पार्लरों के लिए सख्त नियमों से संक्रमण और त्वचा रोगों से बचाव होगा, जबकि इडली बनाने में प्लास्टिक पर प्रतिबंध खाने को अधिक सुरक्षित बनाएगा। सरकार अब इन नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए निगरानी करेगी और कड़ी कार्रवाई भी करेगी।