अगर आप भी प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि, एक्सपायरी डेट वाली पानी की बोतल का इस्तेमाल बेहद खतरनाक है। इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। लाइव साइंस की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पानी कभी भी अपने असली रूप में खराब नहीं होता है।
एक्सपायरी डेट के बाद पानी न पीने की वजह सील बंद बोतल की प्लास्टिक है। दरअसल, एक समय बाद प्लास्टिक पानी में घुलने लगती है, जो कई बीमारियों का कारण बन सकती है। इसलिए कभी भी सील बंद बोतल को एक्सपायरी डेट के बाद नहीं खरीदना चाहिए।
एक्सपायरी डेट वाला पानी पीने से क्या होगा
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक्सपायरी डेट वाली प्लास्टिक की बोतल का पानी अगर गलती से पी लेते हैं तो इससे टॉक्सिन शरीर में अंदर जाकर खून में मिल जाता है। जिसका असर सभी अंगों पर निगेटिव पड़ सकता है। यह जहर की तरह धीरे-धीरे शरीर के अंगों को खराब करने लगता है। एक-दो बार ऐसा करने से शरीर को उतना नुकसान नहीं पहुंचता है लेकिन अगर लगातार ऐसा करते हैं तो कई समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।
एक्सपायरी डेट वाली पानी की बोतल के साइड इफेक्ट्स
इम्यूनिटी को नुकसान
किडनी की सेहत पर बुरा असर
लिवर की समस्याएं बढ़ना
ब्लड प्रेशर बढ़ना
नर्वस सिस्टम में खराबी
प्लास्टिक की बोतल का पानी कब हो जाता है एक्सपायर
प्लास्टिक बिस्फेनॉल (BPA) और कई अन्य केमिकल्स रिलीज करता है, जो पानी में घुलकर उसे जहरीला बना सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, किसी बोतल की मैन्यूफैक्चरिंग डेट से करीब दो साल तक की एक्सपायरी डेट उस पर लिखी रहती है। इसके बाद पानी इस्तेमाल करने लायक नहीं रहता है।
टंकी और RO का पानी कितने दिन में खराब होता है
हम सभी के घरों में नल के पानी आता है। इसे टंकी, वॉटर प्यूरीफायर, मटका, स्टील के बर्तन या बाल्टी के बर्तन में रखते हैं। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (HSPH) की एक रिसर्च में पाया गया है कि ये पानी करीब 6 महीने तक खराब नहीं होते हैं, इनका यूज किया जा सकता है।