कोरोना वायरस : क्या होता है होम क्वैरेंटाइन? सरकार ने जारी की गाइडलाइन
पूरा भारत मिलकर कोरोना वायरस से लड़ रहा है। इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एक पखवाड़े के लिए घर को क्वैरेंटाइन करने को लेकर पूरी गाइडलाइंस जारी की हैं। अगर आपको नहीं पता कि होम क्वैरेंटाइन क्या होता है और इसे किस तरह किया जाना चाहिए तो परेशान हों। हम यहां इसकी पूरी जानकारी बता रहे हैं।
क्या है होम क्वैरेंटाइन?
क्वैरेंटाइन, आइसोलेशन की तरह ही होता है यानी अलग करना। जहां आइसोलेशन में बीमार व्यक्तियों को स्वस्थ्य व्यक्तियों से अलग रखा जाता है वहीं, क्वैरेंटाइन में उन व्यक्तियों को अलग किया जाता है जो किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हों जिसे वो संक्रामक बीमारी हुई हो और उनके भी बीमार होने का खतरा हो। होम क्वैरेंटाइन का मतलब है - घर में ही अलग रहना।
कैसे कर सकते हैं होम क्वैरेंटाइन?
होम क्वैरेंटाइन का मतलब है, जो व्यक्ति किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आया हो उसे एक कमरे में अलग कर देना। यह कमरा हवादार होना चाहिए और उसमें अटैच्ड टॉयलेट और बाथरूम होना चाहिए, वह भी अपने घर में। अगर परिवार के किसी दूसरे सदस्य को भी उस कमरे में रहना पड़ रहा है तो वह हर वक्त उस वयक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रहे।
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घर में ऐसे व्यक्ति को बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति से खासतौर पर दूर रहना चाहिए, क्योंकि इनमें वायरस जल्दी फैलने का खतरा ज्यादा होता है। हालांकि, बच्चों को यह वायरस अपनी चपेट में ज्यादा नहीं ले रहा है। चीन में भी कुल मरीजों में 20 साल से कम उम्र वालों की संख्या सिर्फ 2 फीसदी ही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चों के साथ एहतियात न बरता जाए। भारत सरकार ने जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं उनके मुताबिक कोरोना वायरस पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को बच्चों से भी जरूरी दूरी बनाकर रखने के लिए कहा है।
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ऐसे व्यक्ति को कम से कम 14 दिनों के लिए किसी भी धार्मिक या सामाजिक सम्मेलन में नहीं शामिल होना चाहिए। इसके साथ ही किसी के साथ अपना खाना, पानी का ग्लास, कम, बर्तन, तौलिया, बिस्तर जैसी चीजें शेयर नहीं करनी चाहिए और हर वक्त मास्क पहनकर रहना चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि रोगी/उनकी देखभाल करने वाले/ या उनके संपर्क में आने वाले लोग जो मास्क पहनें वह ब्लीच सल्यूशन (5%) या सोडियम हाइपोक्लोराइट सल्यूशन (1%) से साफ किया हुआ हो। इसके बाद इस मास्क को या तो अलग ले जाकर जला देना चाहिए या मिट्टी में गाड़ देना चाहिए।
क्या होम क्वैरेंटाइन से बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है?
कोरोना वायरस डिजीज (COVID-19) के डिटेक्शन और सर्विलांस से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक कि क्वैरेंटाइन लोगों को इनफेक्शन से बचाने और इसे फैलने से रोकने की दिशा में काफी कारगर साबित हो रहा है। एक अधिकारी ने कहा कि जिस व्यक्ति में यह बीमारी फैलने की संभावना हो उसे यह बताना चाहिए कि अगर वह किसी भी तरह की लापरवाही करेगा और क्वैरेंटाइन प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं करेगा तो उसके परिवार के किसी दूसरे सदस्य को भी इस बीमारी का खतरा हो सकता है। इससे ऐसे लोग ज्यादा सावधान हो जाएंगे। इंडियन मेडिकल काउंसिल के महामारी विज्ञान और संचारी रोग विभाग के प्रमुख, डॉ. आर आर गंगाखेड़कर कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति अपना 14 दिनों का पखवाड़ा क्वैरेंटाइन में पूरा कर लेता है, उसे ये बीमारी नहीं होती और वह दोबारा सामान्य जिंदगी जीने लगता है, इसके बाद वह फिरी किसी इनफेक्टेड व्यक्ति के संपर्क में आता है तो उसे दोबारा एक पखवाड़े तक होम क्वैरेंटाइन को फॉलो करना चाहिए।
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होम क्वैरेंटाइन में किसे रहना चाहिए?
ऐसा कोई भी व्यक्ति जो COVID-19 पॉजिटिव हो या ऐसे किसी व्यक्ति के संपर्क में आया हो उसे होम क्वैरेंटाइन में रहना चाहिए। ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि ये बीमारी काफी संक्रामक और गंभीर है बल्कि इसलिए भी है क्योंकि इसके फैलने का समय 14 दिन का होता है यानि वायरस 14 दिन में कभी भी पनप सकता है। यानी जरूरी नहीं है कि इन दिनों में ऐसे व्यक्ति में कोई लक्षण दिखे लेकिन फिर भी वो वायरस फैला सकता है।
COVID-2019 रोगी के संपर्क को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया गया है जो:
- जो COVID-2019 रोगी के साथ एक ही घर में रह रहा हो।
- जो COVID-2019 रोगी के सीधे संपर्क में आया हो।
- जो COVID-2019 रोगी के आस-पास रहे या उसके साथ हवाई यात्रा की हो।
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होम क्वैरेंटाइन में किसी व्यक्ति के परिवार के सदस्यों के लिए क्या सावधानियां आवश्यक हैं?
घर के सभी व्यक्ति सुरक्षित रह सकें इसके लिए कोरोना वायरस रोगी या रोगी के संपर्क में आने वाले व्यक्ति की देखभाल की जिम्मेदारी सिर्फ एक ही व्यक्ति को सौंपी जाए। वह व्यक्ति देखभाल करते समय मास्क, ग्लव्स पहने रहे। ऐसा व्यक्ति जिसे क्वैरेंटाइन किया गया हो किसी भी तरह से उससे शारीरिक संपर्क न करे, यहां तक कि उसके कपड़े भी न शेयर करे। बाहरी व्यक्तियों को उससे नहीं मिलने देना चाहिए। जिस व्यक्ति को क्वैरेंटाइन किया गया हो उसमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण दिखे तो 14 दिन के लिए उसके आस-पास किसी भी दूसरे व्यक्ति को नहीं जाने देना चाहिए और अगले 14 दिन तक खास एहतियात बरतना चाहिए या तब तक जब तक रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती। होम क्वैरेंटाइन में जो एक सबसे जरूरी बात है वह यह है कि जिस व्यक्ति को क्वैरेंटाइन किया गया हो उसके संपर्क में आने वाली हर सरफेस को 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट सल्यूशन से साफ करें। टॉयलेट सरफेस को फिनाइल से साफ करना चाहिए और घर की बाकी चीजों को ब्लीचिंग सल्यूशन से। ऐसे व्यक्ति के कपड़े भी अलग ही धोने चाहिए।
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