आपने अक्सर देखा होगा कि लोग खड़े होकर पानी पीने पर टोकते हैं और ये मानते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से सेहत को कई नुकसान होते हैं। अक्सर कहा जाता है कि पानी या कोई भी तरल पदार्थ खड़े होकर नहीं पीना चाहिए बल्कि बैठ कर पीना चाहिए। कहा जाता है कि अगर खड़े होकर पानी पीते हैं तो इससे पाचन क्रिया खराब होती है और खाना पचाने में मुश्किल आती है जिससे कब्ज की शिकायत होती है।
ये भी कहा जाता है कि ऐसा करने से किडनी से संबंधित कई गंभीर समस्याएं और परेशानियां हो सकती है। इसलिए खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए। ये बेहद ही आम मिथक है कि खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों के दर्द की शिकायत होती है इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने से आपके लंग्स भी प्रभावित होते हैं और लंग्स से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। अक्सर घर के बड़े ये भी कहते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से प्यास नहीं बूझती और बार-बार प्यास लगती है।
क्या कहता है ICMR
हमारे देश की मेडिकल रिसर्च करने वाली सबसे बड़ी ऑर्गनाइजेशन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने पानी पीने को लेकर जानकारी साझा की है.ICMR का कहना है इस खड़े होकर पानी पीने से आपके पैरों और शरीर को कोई नुकसान होता है इसका मेडिकल साइंस में कोई प्रूफ नहीं है। इस बात को कोई सॉलिड तथ्य या साक्ष्य नहीं देखा गया है। इसलिए आप खड़े होकर पानी पिए या बैठकर इससे आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं होता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के एचओडी प्रोफेसर डॉ जुगल किशोर बताते हैं कि ऐसी कोई साइंटिफिक रिसर्च नहीं है जिसमें कहा गया हो कि खड़े होकर पानी पीने से नुकसान हो सकता है। अब आईसीएमआर ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि पानी आप किसी भी तरीके से पी सकते हैं। खड़े होकर पानी न पीने वाली बातें पुरानी भ्रांतिया हैं। जिनपे विश्वास नहीं करना चाहिए.ऐसा नहीं है कि ये सब समस्याएं खड़े होकर पानी पीने से होती हैं और न ही इन बीमारियों का खड़े होकर पानी पीने से कोई सीधा संबंध है। इसलिए आप पानी को खड़े होकर पीजिए या बैठकर इससे आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं होता है।