सरकारी अस्पतालों के ऑपरेशन थियेटर व लेबर रूम में अब मोबाइल फोन और कैमरा ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी चिकित्सकों व कर्मचारियों को इसका सख्ती से पालन किए जाने के निर्देश दिये गए हैं। अगर ओटी व लेबर रूम में किसी चिकित्सक व कर्मचारी के पास मोबाइल फोन या कैमरा पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। लेबर रूम में डॉक्टर के अलावा किसी पुरुष कर्मचारी के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सीतापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरगांव में महिला की नसबंदी करते हुए वीडियो प्रसारित होने के बाद मोबाइल फोन और कैमरा पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिये हैं। उन्होने सभी सरकारी अस्पतालों में इसे सख्ती के साथ लागू करने का आदेश दिया है। उन्होने कहा कि लेबर रूम में महिला रोगी कि निजता का पूरा खयाल रखा जाए। ऐसे में किसी ट्रेनी पुरुष कर्मी को भी उसमें प्रवेश करने की इजाजत न दी जाए।
बीते आठ नवंबर को सीतापुर की सीएचसी हरगांव में ओटी में महिला की नसबंदी करते हुए वीडियो इन्टरनेट मीडिया पर प्रकाशित होने के बाद दो डॉक्टर सहित छह कर्मचारियो के खिलाफ कार्यवाही की गई थी। एक महीने का वेतन भी रोक दिया गया था। यही नहीं ट्रेनी फ़ार्मासिस्ट सत्य प्रकाश व अतुल अवस्थी के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। ऐसी घटना दोबारा न हो इसलिए उप मुख्यमंत्री ने यह सख्त कदम उठाया है।
आठ चिकित्सकों की सेवा बर्खास्त
इसके अलावा बगैर सूचना दिए ड्यूटी से लगातार अनुपस्थित प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्यरत आठ चिकित्साधिकारियों को सेवा से बर्खास्त किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने यह निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बलदेव (मथुरा) में तैनात जनरल फिजीशियन डॉ. अनीता, जिला संयुक्त चिकित्सालय, वृंदावन (मथुरा) में तैनात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. निधि वर्मा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फरह (मथुरा) में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. राधिका पाराशर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नमैनी (कासगंज) में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. आशीष कुमार को बर्खास्त करने के निर्देश दिये गये हैं।
इनके अलावा बाराबंकी में मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. एम ताहिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रटौल (बागपत) में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार, लोक बंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय, लखनऊ में तैनात जनरल सर्जन डॉ. आशीष कुमार सिंह एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पयागपुर (बहराइच) में तैनात दंत शल्यक डॉ. पूनम पाल की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुण्डेर (अम्बेडकर नगर) में तैनात प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. प्रशांत कुमार सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है।