कोरोना के खिलाफ जंग में डॉक्टर्स के प्रमुख अस्त्र बने ये चिकित्सकीय उपकरण
कोरोना वायरस (Coronavirus) से जंग लड़ने के लिए इस समय चिकित्सक कई सारे उपकरणों का प्रयोग कर रहे हैं। अपनी सुरक्षा से लेकर मरीज तक की रक्षा करने के लिए कई सारे चिकित्सकीय उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। यही नहीं, आम लोगों की सुरक्षा करने के लिए सरकार (Central Government) की तरफ से भी समय-समय गाइलाइन (Guidline) दी जा रही है, जिसमें मानकों को पूरा करने वाले चिकित्सकीय उपकरणों का ही प्रयोग करने के लिए कहा जा रहा है। आइए आपको बताते है कि इस समय कोरोना (Coronavirus) से जंग लड़ने के लिए किन-किन चिकित्सकीय उपकरणों का उपयोग हो रहा है।
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फेस शील्ड (Face Shild)
डॉक्टरों से लेकर आम लोगों की सुरक्षा में ये बहुत ही कारगर साबित हो रहा है। थ्रीडी प्रिंटर्स (3D Printed) की मदद से बनने वाला फेस शील्ड (Face Shild) लोगों को कोरोना से सुरक्षा प्रदान करता है। ये शील्ड (Face Shild) हेयरबैंड की तरह सिर पर लगा सकते हैं और इनका पारदर्शी कवर पूरे चेहरे को आसानी से कवर कर लेता है। थ्रीडी प्रिटिंग (3D Printing) से हेयरबैंड जैसी यही आकृति अब असानी से प्रिंट की जा रही है। पूरा चेहरा कवर होने की वजह से कोरोना (Coronavirus) संक्रमित मरीज के खांसने, छिकने या अन्य गतिविधियों को करने में भी यह सुरक्षा प्रदान करता है।
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स्नॉर्कल रेस्पिरेटर (Snorkel Masks)
स्नॉर्कल रेस्पिरेटर (Snorkel Masks) उन मरीजों के लिए काम आता है, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है। यह ऐसे मरीजों के लिए होता है, जिन्हें वेंटीलेटर (Ventilator) की जरूरत नहीं होती है। सामान्य स्नॉर्कल (Snorkel Masks) में थ्रीडी प्रिंटेड (3D Printed) वॉल्व लगाकर उन्हें मरीजों के लिए आसानी से अपडेट किया जाता है। कंपनी थ्रीडी प्रिंटर (3D Printed) से वॉल्व बना रही है। मरीजों के सांस लेने की दिक्कत को दूर करने की वजह से इसका उपयोग उस क्षेत्र में किया जा रहा है, जहां पर वेंटिलेटर (Ventilator) की कमी है या फिर मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मरीजों की संख्या बढ़ने पर यह उपकरण काफी कारगर साबित हो सकता है।
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वेंटिलेटर (Ventilator)
लोगों के लिए जीवनरक्षक कहे जाने वाले वेंटिलेटर (Ventilator) का उपयोग मरीज के आईसीयू (ICU) में जाने के बाद ही किया जाता है। मरीज के सांस लेने में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए इसका उयोग किया जाता है। भारत में वेंटिलेटरों (Ventilator) की संख्या बहुत कम है ऐसे में सरकार इसके क्षेत्र में इनोवेशन करने के लिए कंपनियों और आईआईटी (IIT) संस्थानों को प्रोत्साहित कर रही है। कई संस्थानों ने पोर्टेबल वेंटिलेटर (Ventilator) का निर्माण किया भी है।
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पीपीई कीट (PPE)
पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) कीट का उपयोग कोरोना योद्धा अपनी सुरक्षा के लिए करते हैं। संक्रमण (Coronavirus) से अपने को बचाने के लिए चिकित्सक से लेकर पैरामेडिकल स्टॉफ, पुलिसकर्मी और अन्य लोग इस कीट का उपयोग कर रहे हैं। पीपीई (PPE) कीट में मानकों का पूरा ख्याल रखा जाता है। WHO के मानकों के विपरित होने की दशा में पीपीई (PPE) कीट बेकार साबित हो सकती है और इससे संक्रमण का खतरा अधिक उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में यह (PPE) कीट मानकों के अनुसार ही बनी होनी चाहिए।
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ऑक्सीजन वॉल्व्स (Oxygen Valves)
वेंटिलेंटर (Ventilator) की कमी को पूरा करने के लिए चिकित्सक अब इस उपकरण का उपयोग कर रहे हैं। मरीजों के सांस लेने में होने वाली दिक्कत को देखते हुए इस ऑक्सीजन वॉल्व्स (Oxygen Valves) का उपयोग किया जा सकता है। ये वॉल्व्स वेंटिलेंटर (Ventilator) की कमी को पूरा करने के लिए ही बनाए जा रहे हैं। ऑक्सीजन वॉल्व्स (Oxygen Valves) को बेल्जियम की कंपनी मटेरियलाइज ने थ्रीडी प्रिटेंड से तैयार किया है। कंपनी की तरफ से बनाए गए इस वॉल्व्स से उन्हें वेंटिलेंटर (Ventilator) पर कम रहना पड़ेगा।
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सैनिटाइजर हैंडल
कोरोना (Coronavirus) से बचने में सैनिटाइजर (Sanitizer) की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोरोना (Corona) से रक्षा पाने के लिए सैनिटाइजर (Sanitizer) का अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है। मार्केट में सैनिटाइजर (Sanitizer) की मांग अधिक बढ़ने की वजह से विश्व की हजारों कंपनियों ने अपना दूसरा काम छोड़कर सिर्फ सैनिटाइजर (Sanitizer) ही बनाना शुरू कर दिया है। यही नहीं, कई कंपनियों ने सैनिटाइजर (Sanitizer) हैंडल को बनाना शुरू किया है। सऊदी अरब की एक बड़ी कंपनी के इंजीनियरों ने थ्रीडी प्रिटिंग से सैनिटाइजर (Sanitizer) होल्डर बनाया है। इस होल्डर को कलाई पर आसानी से ब्रेसलेट की तरह पहना जा सकता है। आधुनिक तरीके से बनाए गए इस हैंडल से आपको साथ-साथ में सैनिटाइजर (Sanitizer) ले चलने की आवश्यकता नहीं होगी।
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मास्क (Mask)
कोरोना (Coronavirus) से जंग जीतनी है, तो मास्क (Mask) पहना जरूरी है। शायद मास्क (Mask) की इतनी उपयोगिता होने की वजह से दुनिया भर में लाखों कंपनियां, संस्थाएं और सरकारी विभाग इसे ही बनाने में लगे हुए हैं। थ्री लेयर के मास्क (Mask) बनाने से लेकर थ्रीडी प्रिटेंड मास्क (Mask) बनाए जा रहे हैं। मास्क (Mask) को अब कई तरह से डिजाइन करके बनाया जा रहा है। लोगों की सहूलियत के लिए अब वैश्विक स्तर पर कंपनियों से अनेक डिजाइन से मास्क (Mask) को बनाना शुरू कर दिया गया है।
टेस्ट स्वाब्स (Nasal Swab Test)
नेजल स्वाब्स (Nasal Swab Test) की मदद से ही कोरोना वायरस (Coronavirus) का टेस्ट किया जाता है। इसका उपयोग करके ही टेस्ट करने क लिए नाक से सैंपल लिया जाता है। अमेरिका में इसका उपयोग थ्रीडी प्रिंटेड नेजल (Nasal Swab Test) से किया जा रहा है। इस समय दुनिया में इसकी मांग बढ़ने की वजह से वैश्विक स्तर पर कई सारी कंपनियां बना रही है।
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थर्मल स्कैनर (Thermal Scanners)
कोरोना वायरस का पता लगाने में शुरुआती जानकारी थर्मल स्कैनर (Thermal Scanners) के जरिए ही मिलती है। व्यक्ति के शरीर का तापमान नापने के बाद ही व्यक्ति के बारे में पता चलता है। थर्मन स्कैनर (Thermal Scanners) का प्रयोग डोर टू डोर जांच के दौरान स्वास्थ्य कर्मी करते हैं। इसके अलावा इसका उपयोग सार्वजनिक स्थानों पर आने वाले लोगों की जांच के लिए भी किय जाता है।
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इनका भी हो रहा प्रयोग
स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से जंग जीतने के लिए कई अन्य उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं। इनमें कोविड-19 की नमूना संग्रह किट, दोबारा इस्तेमाल योग्य विनाइल/रबर दस्ताने, चश्मे, एक बार इस्तेमाल वाले तौलिये, इस्तेमाल के बाद नष्ट किये जाने वाले थर्मोमीटर, हृदय गति की निगरानी वाले उपकरण, आईसीयू के बिस्तर, पोर्टेबल एक्स-रे मशीन आदि उपयोग मरीज के इलाज के दौरान कर रहे हैं।
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