लाइफस्टाइल
मोदी ने प्रभु राम के सामने किया साष्टांग प्रणाम, जानें साष्टांग प्रणाम के फायदे
10 August 2020देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm modi) ने रामजन्म भूमि पूजन (ram janm bhumi pujan) के दौरान प्रभु राम को साष्टांग प्रणाम किया। पीएम मोदी (pm modi) के बारे में कहा भी जाता है कि उनका वेद और पुराणों में अटूट विश्वास है। पूरे देश ने मोदी को कई बार योगा (yoga) करते हुये भी देखा है साथ ही मोदी समय समय पर योग को प्रोत्साहन भी देते रहते हैं। पर क्या आपको पता है कि मोदी ने जो साष्टांग प्रणाम (sashtanga namaskar) किया वो एक प्रकार का योग है? अगर आपको नहीं पता है तो हम आपको इसके बारे में बता देते हैं। दरअसल साष्टांग मुद्रा सूर्य नमस्कार का ही एक आसन है। जिसे अष्टांग मुद्रा भी कहते हैं। इस आसन में पूरे शरीर को एकजुट करके प्रणाम किया जाता है। साष्टांग प्रणाम (sashtanga namaskar) करने से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। तो आइए जानते हैं इस खास आसन के बारे में।
लगातार मास्क लगाने में होती है दिक्कत? ये टिप्स आएंगे काम
10 August 2020कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले हर दिन रिकॉर्ड संख्या में बढ़ रहे हैं। इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। दुनियाभर के देश इस कोशिश में लगे हैं कि जल्द से जल्द वैक्सीन बन जाए ताकि इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सके लेकिन जब तक ऐसा नहीं हो जाता तब तक सरकार द्वारा बताई गई गाइडलाइन्स का सबको पालन करना चाहिए। यही एक तरीका है जिससे हम कोरोना को फैलने से कुछ हद तक जरूर रोक सकते हैं। इनमें से एक है मास्क लगाना। सरकार ने यह नियम बनाया है कि जब भी घर से बाहर निकलें मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। इसके अलावा सोशल डिस्टैंसिंग और सफाई की आदतों को अपनाने के लिए भी कहा जा रहा है।
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के लिए पहले 5 दिन हैं जरूरी, ये है वजह
08 August 2020कोरोना (Corona Virus) के मामले हर दिन रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे हैं। दुनियाभर में इसके इलाज को लेकर रिसर्च चल रही हैं। हर कोई बस इस इंतजार में है कि जल्द से जल्द वैक्सीन आ जाए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी समय-समय पर इसको लेकर गाइडलाइंस (Guidelines) जारी कर रहे हैं। कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण के लक्षणों में भी अभी तक काफी बदलाव आया। पहले जहां इससे संक्रमित व्यक्तियों में बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी मुख्य लक्षण थे, वहीं अब स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने कई और लक्षणों (Symptoms) को भी इसमें शामिल कर लिया है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमण होने के बाद शुरू के 5-6 दिन सबसे ज्यादा अहम माने जाते हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के जो विशेषज्ञ कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं और इसके लक्षणों पर लगातार नजर रखे हुए हैं, उनका यही मानना है।
पार्टनर के साथ मजबूत रिश्ते के लिए अपनाएं ये टिप्स
08 August 2020प्यार के रिश्ते (Love Relationship) को बहुत मजबूत माना जाता है लेकिन ये रिश्ता जितना मजबूत होता है उतना ही नाजुक भी। कई बार किसी बड़ी से बड़ी बात का भी इस रिश्ते पर कोई असर नहीं होता और कई बार एक छोटी सी बात भी इसे तोड़ देती है। जब हम किसी के साथ इस रिश्तें में आते हैं तब शुरू में हम उसे अपना ज्यादा से ज्यादा वक्त देते हैं। उसकी हर छोटी-बड़ी बात का ख्याल रखते हैं लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीतता जाता है वैसे-वैसे सब सामान्य होता जाता है और रिश्ते में मनमुटाव बढ़ने लगता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता हमेशा मजबूत रहे और दोनों के मन में एक-दूसरे को लेकर कोई कड़वाहट न रहे तो ये टिप्स (Relationship Tips) अपनाएं...
कोहनी और घुटने पड़ गए हैं काले तो करा लें जांच, हो सकती है ये बीमारी
07 August 2020कोहनी और घुटनों के काला पड़ने को लोग अक्सर टैनिंग समझ लेते हैं लेकिन ये लापरवाही भारी पड़ सकती है। कोहनी और घुटनों का काला पड़ना एक बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो एक बार ब्लड शुगर की जांच जरूर करा लें क्योंकि ये टाइप 2 डायबिटीज का एक लक्षण है। हाल ही में हुए एक शोध में ये बात सामने आई है।
अपने दोस्तों से भूल कर भी न कहें ये बातें, पड़ सकती है रिश्ते में दरार
07 August 2020दोस्ती को सबसे पवित्र और मजबूत रिश्ता माना गया है। कहते हैं कि दुनिया साथ छोड़ दे लेकिन सच्चे दोस्त साथ नहीं छोड़ते लेकिन अब जमानाबदल रहा है। दोस्ती भी बदल रही है। हां, अभी भी दोस्त चाहें कितने ही अच्छे हों लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं जो हर किसी को बुरी लग सकती हैं। वैसे मजाक में हम सब अपने दोस्तों को चिढ़ाते हैं लेकिन कई बार हमारा जरा सा मजाक भी बने बनाए रिश्ते को बिगाड़ देता है। तो ऐसी कुछ बाते हैं जिन्हें दोस्तों से भी सोच-समझकर करना चाहिए।
पानी में भी खत्म हो जाता है कोरोना वायरस, तापमान पर देना होगा ध्यान
05 August 2020दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। लाखों लोग हर रोज कोरोना के कहर का शिकार हो रहे हैं। भारत में ही लगभग 50 हजार मामले रोज नए आ रहे हैं। वैज्ञानिक अभी तक कोरोना वायरस को लेकर कई दावे कर चुके हैं। इसी कड़ी में अब रूस के वैज्ञानिकों ने एक कोरोना वायरस पर लेकर एक और बात पता की है।
ये है फलों व सब्जियों को धोने का सही तरीका, WHO और FSSAI ने भी दी सलाह
29 July 2020तेजी से बढ़ रहे कोरोना (corona) केसेज के बीच जरूरी है कि सावधानी भी ज्यादा बरती जाए। वायरस के फैलने के कई जरिए है इसलिए उन सभी पर ध्यान देने की जरूरत है। हालांकि मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग व हाथों को बार-बार धोना हमारी प्राथमिकता है लेकिन इसके अलावा भी कई चीजें हैं जहां ध्यान रखने की जरूरत है। इस दौरान कई तरह के मिथ भी फैले थे जिन्हें समय-समय पर दूर किया गया है। सब्जियों को धूप में सुखाकर इस्तेमाल करने व साबुन से धोने की खबरों के बीच सीडीसी, FSSAI ने सही तरीका बताया है कि कैसे सब्जी व फलों को सही तरीके से डिस्इंफेक्टेड किया जा सकता है। फल और सब्जियों को साबुन के पानी से नहीं धोना चाहिए क्योंकि साबुन में फॉर्मलाडेहाइड होता है और से पेट के अंदर जाकर दिक्कत कर सकता है। इसलिए सब्जियों या फलों को साबुन के पानी से नहीं धोना चाहिए।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर जानें इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है
28 July 2020कोरोना महामारी के बीच आज हेपेटाइटिस दिवस ( Hepatitis day) है। हेपेटाइटस भी एक खतरनाक बीमारी है, जो आपके लीवर को प्रभावित करती है। इससे लिवर संबंधी कई गंभीर समस्याएं हो सकती है जैसे सूजन, भोजन पचाने में दिक्कत। कोरोना (Corona) के बीच जिन लोगों को पहले से ये बीमारी है उनके लिए सावधानी और भी बढ़ जाती है। वैसे हर साल ये दिवस 28 जुलाई को मनाया जाता है और इस बार इसका थीम 'हेपेटाइटिस फ्री फ्यूचर' ( hepatitis free future) रखा गया है। कोरोना और हेपेटाइटस में समानता ये है कि दोनों ही बीमारियां वायरस की देन हैं। हेपेटाइटिस बीमारी वाले व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है। अमेरिका (America) की स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इस बात की जानकारी दी थी और ऐसे व्यक्तियों को ज्यादा सावधानी बरतने के लिए कहा था। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल पूरी दुनिया में इस बीमारी से 13 लाख लोगों की मौत होती है। इसलिए इसके बारे में पूरी जानकारी होना भी जरूरी है।
क्या होती है हर्ड इम्यूनिटी? क्यों हो रही है इस पर चर्चा?
28 July 2020जब से कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर बरपाना शुरू किया है, कई नए-नए शब्द भी सामने आए हैं जिनका मतलब शुरू-शुरू में हमें नहीं पता था लेकिन अब वे हमारी रोज की बोल-चाल का हिस्सा हो गए हैं। एक और नया शब्द आजकल सुनने को मिल रहा है हर्ड इम्यूनिटी। कई वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर लोगों में हर्ड इम्यूनिटी बन गई तो इस वायरस पर जीत हासिल की जा सकती है। कुछ रिपोर्ट्स में तो ये दावा भी किया गया है कि दिल्ली के लोगों में अब हर्ड इम्यूनिटी डेवलप हो गई इसलिए वहां नए मामलों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है। अब हमारे मन में ये सवाल उठता है कि आखिर ये हर्ड इम्यूनिटी है क्या? तो चलिए जान लीजिए इसका जवाब...