लाइफस्टाइल
13-14 साल से इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं मनोज बाजपेयी, इसके हैं कई फायदे
12 May 2023मनोज बाजपेयी ने हाल ही में बताया कि उन्होंने पिछले 13-14 सालों से डिनर नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने दादाजी के खाने के नियम को फॉलो करना शुरू किया, जो बेहद फिट और स्वस्थ थे। उन्होंने बताया कि वर्षों से उन्होंने अपने खाने के सिस्टम में कुछ बदलाव किए और 12-14 घंटे उपवास भी किया, लेकिन फिर धीरे-धीरे रात का खाना पूरी तरह से बंद कर दिया।
आप भी करते हैं मोबाइल फोन पर देर तक बात, है बड़ा ख़तरा
06 May 2023मोबाइल फोन पर घंटों बात करना आजकल आम बात हो गयी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह आदत आपकी सेहत के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि मोबाइल फोन पर प्रति सप्ताह 30 मिनट या उससे अधिक समय तक बात करने से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है या इसके बढ़ने का 12 प्रतिशत अधिक जोखिम होता है। दुनिया की लगभग तीन-चौथाई आबादी 10 वर्ष से अधिक उम्र की है, जिनके पास मोबाइल फोन है। अध्ययन में कहा गया है कि मोबाइल फोन रेडियोफ्रीक्वेंसी ऊर्जा के निम्न स्तर का उत्सर्जन करते हैं, जो कम वक्त के जोखिम के बाद ब्लड प्रेशर के बढ़ने से जुड़ा हुआ है।
क्यों हो रहा है सबको खांसी, जुखाम? कैसे बच सकते हैं इससे?
17 March 2023इन्फ्लुएंजा के पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रहे हैं। इस बारे में केंद्र ने पिछले सप्ताह एक समीक्षा बैठक की। वायरल संक्रमण वाले मरीजों के इलाज के लिए राज्य अलर्ट पर हैं, अस्पतालों को तैयार कर रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मार्च में इन्फ्लूएंजा वायरस के H3N2 सबटाइप के कारण कम से कम दो मौतों की पुष्टि की - एक हरियाणा में और एक कर्नाटक में। हालांकि, इंटेग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के डेटा से पता चलता है कि फ्लू ने जनवरी के महीने में ही कम से कम नौ लोगों की जान ले ली।
क्या जलेबी-रबड़ी खाने से ठीक हो जाता है माइग्रेन?
15 March 2023आजकल लोग ऐलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट्स की वजह से एक बार फिर आयुर्वेदिक दवाओं की ओर रुख कर रहे हैं। अपनी पुरानी चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में लोगों का भरोसा फिर से लौट रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सक भी जीवनशैली से जुड़ी ऐसी समस्याओं से निपटने में आपकी मदद करने का भरोसा दिलाते हैं जो ज्यादातर खराब आहार, नींद की कमी और कम शारीरिक गतिविधि के कारण होती हैं।
क्या है H3N2 वायरस? क्या कोविड जितना ही है खतरनाक? इससे कैसे बचें?
11 March 2023सरकार ने शुक्रवार को बताया कि इन्फ्लुएंजा ए सबटाइप H3N2 वायरस से भारत में कर्नाटक और हरियाणा में एक-एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई है। इसमें कहा गया है कि देशभर में इस वायरस के करीब 90 मामले सामने आ चुके हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अधिकारियों का बयान आया है कि भारत के कई हिस्सों में बुखार के साथ एक सप्ताह से अधिक समय तक रहने वाली तेज़ खांसी के मामलों में हाल ही में हुई तेजी आई है, इसे इन्फ्लुएंजा ए सबटाइप H3N2 वायरस से जोड़ा जा सकता है। इंस्टाग्राम पर ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. रचना ने इसके बारे में एक पोस्ट में विस्तार से बताया है। वह कहती हैं कि बिना डॉक्टर के कंसलटेशन के किसी भी तरह की कोई दवा न खाएं खासकर एंटीबायोटिक। उनका कहना है कि इसके लिए हमें साफ-सफाई की आदतों को कोविड की तरह ही व्यवहार में लाना और उन्हीं नियमों का पालन करना है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है और बिना सोचे-समझे दवा लेने से बचना चाहिए।
ये तीन योगाभ्यास आपको डिप्रेशन से दिलाएंगे छुटकारा
01 March 2023योग कई शारीरिक व मानसिक परेशानियों के उपचार में मददगार साबित हो सकता है। हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि योग तनाव के प्रभाव को कम कर सकता है, चिंता और अवसाद को कम करने में भी मदद कर सकता है। "हमारा मन एक जीवित, सांस लेने वाला जीव है जिसे फलने-फूलने के लिए एक पौधे की तरह नियमित देखभाल की ज़रूरत होती है। एक पौधे को धूप, पानी, पोषक मिट्टी और खाद की जरूरत होती है। अक्षर योग संस्थानों के संस्थापक हिमालयन सिद्धा अक्षर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इसके बारे में बताया है। उन्होंने लिखा - योग, ध्यान और दिमागी प्रशिक्षण जैसे आध्यात्मिक अभ्यास जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसी तरह, अवसाद को कम करने में योग के महत्व पर बात करते हुए सर्व योग स्टूडियो के संस्थापक सर्वेश शशि ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “अवसाद सिर्फ उदास महसूस करने से कहीं अधिक है। यह एक वास्तविक स्थिति है जो लाखों लोगों को प्रभावित करती है। उन्होंने लिखा कि अवसाद को कम करने के लिए योग का सहारा लिया जा सकता है। अवसाद को कम करने के लिए अक्षर ने तीन योगासन बताए
आपका मन भी किया है चॉक या मिट्टी खाने का? वजह भी जान लें
21 February 2023क्या आपका मन कभी बर्फ, चाक, मिट्टी, या रबर खाने का किया है? हो सकता है कि आप में से कई लोगों का मन किया हो और कई का नहीं, लेकिन इसके बारे में सुना तो सबने होगा। अगर आप भी उनमें से हैं जिन्होंने मिट्टी, चॉक जैसी चीजें खाई हैं तो आपको पता होना चाहिए कि ऐसा क्यों होता है। हार्मोन विशेषज्ञ सिमरून चोपड़ा ने इस बारे में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है। इसमें उन्होंने बताया है कि चॉक या मिट्टी खाने की आपकी इच्छा के पीछे की सबसे बड़ी वजह होती है आयरन की कमी। शरीर में आयरन की कमी भारत में बहुत आम है। कभी-कभी सिर्फ लक्षणों को जानने से आपको या आपके साथी या बच्चे को भी मदद मिल सकती है। डॉ. चोपड़ा ने लिखा कि आपको सिरदर्द, चक्कर आना, बाल झड़ना और त्वचा का पीला पड़ना जैसी समस्याएं हैं तो आपको आयरन डेफिशिएंसी का टेस्ट कराना चाहिए।
आप भी पराठे के साथ पीते हैं चाय? आज ही छोड़ दें
10 February 2023आप भी पराठे के साथ पीते हैं चाय? आज ही छोड़ देंअपनी पसंदीदा फिलिंग के साथ गरमागरम पराठा खाना किसे पसंद नहीं होगा - चाहे वह आलू, प्याज़, गोभी, पनीर किसी का भी हो? इस पराठे के साथ अगर एक प्याली चाय की मिल जाए तब तो सोने पर सुहागा वाली बात हो जाती है। लेकिन अगर पोषण विशेषज्ञ मैक सिंह की मानें तो, "पराठे के साथ चाय का सेवन स्वास्थ्य की सबसे बड़ी गलती हो सकती है।" उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में इसके तीन कारण भी बताए हैं कि आपको भोजन के साथ कभी चाय क्यों नहीं पीनी चाहिए
आज रात पद्भ्यंग करके सोएं, आएगी अच्छी नींद
03 February 2023आयुर्वेद हमारे देश की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। आज भी कई लोग इसकी सहायता से अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सुलझाते हैं। ज़िन्दगी जीने का ये तरीका रासायनिक मुक्त होने के लिए जाना जाता है और किसी भी दुष्प्रभाव के बिना हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। आयुर्वेद कई तकनीकों और उपचारों के लिए जाना जाता है, इसी की एक विधा है 'पदभ्यंग', जिसका मतलब है पैरों की मालिश।
Navratri 2022 : व्रत रखने के बारे में क्या कहता है आयुर्वेद?
27 September 2022नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है। इस दौरान लोग देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं। कुछ लोग पूरे नौ दिन का व्रत रखते हैं जबकि कुछ लोग सिर्फ पहला और आखिरी। इस नौ दिनों की अवधि के दौरान उपवास को शुभ माना जाता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह शरीर को डिटॉक्स करने का भी एक शानदार तरीका है। पर कैसे?