उत्तर प्रदेश सबऑर्डिनेट सर्विस सिलेक्शन कमीशन (UPSSSC) की तरफ से पीईटी का परिणाम जारी कर दिया गया है। इस साल से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लागू प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET 2021) में सबसे ज्यादा इस समय चर्चा का विषय पर्सेंटाइल को निकालना है। इस परीक्षा में कई अभ्यर्थियों ने 99.99 पर्सेंटाइल तक अंक हासिल किए हैं। कई ऐसे अभ्यर्थी भी हैं जो कि अभी तक अपने स्कोरकार्ड को लेकर काफी कन्फ्यूजन में हो रहे हैं। पर्सेंटेज और पर्सेंटाइल में अभी तक पीईटी के अभ्यर्थी अंतर नहीं समझ पा रहे हैं।
इस आर्टिकल में पर्सेंटाइल और परसेंटेज से जुड़ी पूरी बात विस्तार से साझा की जा रही है। यही नहीं, इसे समझने के बाद छात्रों का कन्फ्यूजन दूर हो जाएगा। इस पात्रता परीक्षा के रिजल्ट का लंबे समय से अभ्यर्थियों को इंतजार था क्योंकि पीईटी में हासिल किए गए अंकों के आधार पर ही अब नौकरी मिलेगी। अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी के लिए होने वाली कई प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने का मौका भी मिलेगा।
बता दें, सरकार की तरफ से जल्द सरकारी नौकरी निकाली जाएगी। यूपीएसएसएससी द्वारा जल्द ही राजस्व लेखपाल के 7,882 पदों पर भर्ती का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पीईटी के नंबरों के आधार पर ही युवाओं को आवेदन का मौका दिया जाएगा। यही नहीं, लेखपाल भर्ती की आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत नवंबर माह में होने की पूरी उम्मीद है। सरकार की तरफ से अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं की गई है।
जानें कैसे निकलता है परसेंटेज व पर्सेंटाइल में अंतर
पीईटी परीक्षा में सबसे ज्यादा जानकारी का अभाव परसेंटेज व पर्सेंटाइल में अंतर को लेकर है। इसको बहुत ही आसानी के साथ में समझा जा सकता है। अगर मान लीजिए किसी अभ्यर्थी को 100 अंकों की परीक्षा में 60 अंक आते हैं तो ऐसे में उस उम्मीदवार को सीधे तौर परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त होते हैं। अगर बात 100 अंकों के उसी एग्जाम में यदि किसी अभ्यर्थी को 60 अंक मिलते हैं तो उस एग्जाम में अभ्यर्थी के पर्सेंटाइल अंक 60 नहीं होंगे। इसको लेकर गुणांक निकाला जाता है। इसमें सबसे ज्यादा जानकारी इस बार आधार पर मिलती है कि कितने अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। मान लीजिए जैसे 100 अंकों की एक परीक्षा में 1000 अभ्यर्थी शामिल हुए थे जिसमें किसी स्टूडेंट्स ने 60 अंक प्राप्त किए और उसी एग्जाम में 299 ऐसे छात्र हैं जिन्होंने अभी भी 60 नंबर हासिल किए हैं। ऐसे में 60 अंक प्राप्त न करने वाले छात्रों की कुल संख्या 700 हो जाएगी। अब ऐसे में उम्मीदवारों को लेकर 700×100 का 1000 से भाग देने पर 70 नंबर प्राप्त होंगे। इसी आधार पर कहा जाएगा कि उस कैंडिडेट्स ने परीक्षा में 70 पर्सेंटाइल अंक हासिल किए हैं जबकि जब प्रतिशत में बात होगी, तो उसमें उसे 60 अंक या 60 फीसदी मिलें हैं।