UPPCS Result 2018: असफल लोगों को जरूर पढ़नी चाहिए एसडीएम पूनम भास्कर की कहानी

अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते-करते पूरी तरह से टूट चुके हैं तो ऐसे में आपको उस बेटी की सफलता की कहानी जरूर पढ़नी चाहिए जिसने एक के बाद एक मिली असफलता पर हार नहीं मानी। सफलता पाने के लिए कभी बहुत करीब पहुंची तो कभी करीब पहुंचकर असफल हो गई है। वह अपने मिशन में एकलव्य की तरह लगी रही और आखिरकार 6 बार पीसीएस की परीक्षा (UPPCS Exam) में असफल होने के बाद जीत हासिल की और अपने सपने को एसडीएम (SDM) के रूप में चयनित होकर साकार किया है। आखिरकार उस बेटी अपने पिता का सपना साकार ही कर दिया, जिसने अपनी बेटी को नीली बत्ती की गाड़ी पर सफर करने का देखा था। बेटी ने जहां अब कीर्तिमान रच दिया है तो वहीं दूसरों के लिए नजीर भी बनकर उभरी है।

आज हम आपको सफलता की ऐसी कहानी में मिलवाने जा रहे पीसीएस 2018  के आए परिणाम में डिप्टी कलेक्टर के पद चयनित होने वाली पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) की। पूनम उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की टीचर्स कॉलोनी मोहल्ला गढ़ी कम्पिल की रहने वाली है। पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) ने आठवीं बार (छह बार अपर और दो बार लोवर पीसीएस) में एसडीएम (SDM) के पद पर चयनित होकर सफलता अर्जित की है। पूनम (SDM Poonam Bhaskar) बताती है कि मेरे पिता जी का सपना था कि मैं सिविल सेवा में जाऊं। इतने बार असफल प्रयास के बाद मैंने हार नहीं मानी। उसका कारण मेरा परिवार और पिता जी, माता जी है जो कि मेरा असफलता के बाद भी मेरी हौसलाफजाई करते रहे। 

पढ़ाई का यह रहा सफर

डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) ने दसवीं तक की पढ़ाई कन्या विद्या पीठ इंटर कॉलेज कायमगंज फर्रुखाबाद से की। इंटर की पढ़ाई शकुन्तला देवी बालिका विद्यालय कायमगंज से की। इसके बाद स्नातक शुकन्तला देवी महिला महाविद्यालय कायमगंज से की। भूगोल में परास्नातक उन्होंने डीजी कॉलेज कानपुर से की। 

अपने उद्देश्य के लिए नहीं बनी शिक्षिका

बचपन से ही नीली बत्ती का सपना देखने वाली पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) ने शिक्षिक ट्रेनिंग को छोड़ दिया। वह अपने उद्देश्य में शुरू से ही लगी रही। उन्होंने भूगोल विषय में चार बार नेट की परीक्षा पास किया। तैयारी के दौरान ही उन्होंने जेआरएफ भी क्लीयर किया लेकिन लक्ष्य के खातिर उन्होंने किसी भी विश्वविद्यालय में एनरोलमेंट नहीं कराया। अपने लक्ष्य को पूरा करने में लगी पूनम ने वर्ष 2013 में बेहतर गाइडेंस के लिए मुखर्जी नगर दिल्ली का रूख किया।

पूनम के पिता रहे बैंक मैनेजर

अपनी बेटी को असफर बनाने का सपना देखने वाले पूनम (SDM Poonam Bhaskar) के पिता राम औतार भास्कर ने भी हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी बेटी की हर संभव मदद की और आखिरकार बेटी ने उनके सपने को साकार किया। पूनम (SDM Poonam Bhaskar) के पिता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में मैंनेजर के पद से सेवानिवृत्त है। उनकी मां विमला भास्कर गृहणी है। पूनम (SDM Poonam Bhaskar) की तीन छोटी बहनें भी पिता के सपने को साकार करने में लगी हुई है। वह भी सिविल सेवा और टीचिंग की तैयारी कर रही है। पूनम के एक भाई मीडिया में है तो वहीं एक भाई आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग कर रहा है।

असफलताओं ने नहीं छोड़ा पीछा

कहते हैं कि अगर आदमी अपने पर आ जाए तो वह क्या से क्या नहीं कर सकता है। कई बार असफल रही पूनम भास्कर की कहानी वास्तव में बहुत लोगों के लिए प्रेरणादायक है। पूनम भास्कर ने यूपीपीसीएस 2013,14,15 और 16 का साक्षात्कार दिया लेकिन असफल रही। इसके अलावा उन्होंने दो बार लोवर पीसीएस (PCS) का भी साक्षात्कार दिया लेकिन असफल रहीं।

पूनम (SDM Poonam Bhaskar) के बारे में सबसे खास बात यह है कि वह पहले ही प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंच गई थी, लेकिन उनका चयन नहीं हुआ। पूनम (SDM Poonam Bhaskar) बताती है कि जब मैंने सातवीं बार यूपी पीएससी 2017 (UPPCS Exam Result 2017) का साक्षात्कार दिया तो आखिरकार सफलता मिली और मेरा चयन जिला रोजगार सहायता अधिकारी के पद पर हुआ। इस समय वह कन्नौज जिले में पोस्टिंग पाई है। वहीं, आठवीं बार परीछा देकर उन्होंने डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल किया है। पूनम बताती है कि मेरी तहसील कायमगंज में अभी तक कोई भी पीसीएस अफसर नहीं बना है। मैंने पहले रोजगार सहायता अधिकारी और अब डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित होकर इतिहास रच दिया है।

पूनम ने इस तरह से की तैयारी

एसडीएम के रूप में चयनित पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) को कई बार असफलता मिली, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी।प्री ,मेंस और इंटरव्यू को  ध्यान में रखकर ही उन्होंने तैयारी पूरी की। उन्होंने पूरे सिलेबस के अनुसाार ही हर टॉपिक की तैयारी करना शुरू किया। उन्होंने अपनी रणनीति को अधिक मजबूती देने के लिए समसमायिक टॉपिक के लिए ऑल इंडिया रेडियो में डिस्कशन सुना, राज्यसभा टेलीविजन पर आने वाले कार्यक्रम विशेष ज्ञान-विज्ञान आदि देखा। उन्होंने कहा कि राज्यसभा पर होने वाले डिस्कशन के बारे में भी विस्तार से तैयारी की। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी तैयारी में इंटरनेट का भी सहारा लिया। मुझे जो भी टॉपिक्स बुक्स में नहीं मिलते थे उनके लिए इंटरनेट का प्रयोग किया। इसमें वह टॉपिक्स जैसे एनजीओ, केस स्टडी आदि।

इन किताबों का लिया सहारा

डिप्टी कलेक्टर पूनम (SDM Poonam Bhaskar) बताती है कि उन्होंने अपना बेस मजबूत करने के लिए एनसीईआरटी (NCERT) को पढ़ा।

राजव्यवस्था के लिए लक्ष्मीकांत, वीके त्रिपाठी, राजेश मिश्रा सर के नोट्स पढ़ें। 

आधुनिक भारत-विपिन चंद्रा 

भूगोल- प्री के लिए परीक्षा वाणी और मेंस के लिए खुल्लर, कुमार गौरव सर के नोट्स पढ़ें।

पर्यावरण, आर्थिक और विज्ञान के लिए विजन आईएएस के नोट्स और करेंट अफेयर्स का सहारा लिया। 

सामान्य अध्ययन पेपर-4 

एथिक्स के लिए पतंजलि आईएएस, धर्मेंद्र सर के नोट्स, विजिन आईएएस के नोट्स, लॉक्सिकॉन की बुक और केस स्टडी के लिए 

वैकल्पिक विषय 

पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) ने बताया कि वैकल्पिक विषय के तौर पर मेरा भूगोल विषय था। उन्होंने बताया कि मैंने इस विषय की तैयारी के लिए कुमार गौरव सर के नोट्स, अपने स्वयं के नोट्स के अलावा मैंगजीन का सहारा लिया। उन्होंने (SDM Poonam Bhaskar) बताया कि किताबों के तौर पर खुल्लर, सविन्द्र सिंह (भौतिक भूगोल) आरसी तिवारी (भारत का भूगोल) की पढ़ाई।

हिंदी (Hindi)

हिन्दी (Hindi) के लिए मैंने ड्रॉफ्टिंग (पत्र व्यवहार की) अच्छे से सीखा। मुहावरों के वाक्य प्रयोग को राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं को जोड़कर लिखना शुरू किया। उन्होंने (SDM Poonam Bhaskar) बताया कि व्याकरण के लिए आदित्य पब्लिकेशन और हरदेव बहारी की पुस्तक पढ़ी।

निबंध (Essay) 

मैं निबंध (Essay) के लिए अलग से कोई बुक नहीं ली मैंने स्वयं ही मैंग्जीन, न्यूज पेपर सहित अन्य जगहों से कलेक्शन किया। मैंने केस स्टडी, कोटेशन और कविता का भी प्रयोग किया।

ऑनलाइन पढ़ाई का अच्छा प्लेटफॉर्म

पूनम भास्कर कहती है कि इस समय अभ्यर्थियों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोचिंग में निर्देश दिए जाते हैं लेकिन तैयारी आपको ही करनी होती है। उन्होंने कहा कि आखिर कौन सी कोचिंग सही है इसका चयन आपको ही करना है। अभ्यर्थी को कोचिंग व टीचर का चुनाव अपनी आवश्यकता के अनुसार ही करना चाहिए।

पूनम भास्कर (SDM Poonam Bhaskar) ने बताया इस समय ऑनलाइन (Online) बहुत सारी सामग्री उपलब्ध है। अब स्वयं से भी बेहतर तैयारी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिनके पास बड़े शहरों में जाने के संसाधन नहीं है, वो यूट्यूब व ऑनलाइन वेबसाइट (जैसे Only IAS, Insight) पर प्रयोग करके बेहतर तैयारी कर सकते हैं। उन्होंने (SDM Poonam Bhaskar) कहा कि ऑनलाइन तैयारी करना किसी सागर से कम नहीं है। यहां पर सागर है इसके लिए भटकाव से जरूर बचना चाहिए।

उन्होंने बताया कि अपना रास्ता स्वयं बनाएं। दूसरों की कॉपी बिल्कुल ही न करें। प्रत्येक सफल व्यक्ति की रणनीति अगल होती है। आपकी जिस चीज में जैसी भी रुचि हो उसी परिस्थितियों के अनुसार ही तैयारी करनी चाहिए। 

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