संस्कृत विध्यालयों के अच्छे दिन आने वाले हैं। एक तरफ़ जहां राजकीय और आवासीय संस्कृत विध्यालय खोले जा रहे हैं वहीं संचालित विध्यालय प्रोजेक्ट अलंकार योजना से संवारे जा रहे हैं। सभी मेधावियों को छात्रवृत्ति दिये जाने का शुभारंभ कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रिक्त पदों पर शिक्षक नियुक्त करने की घोषणा पिछले सप्ताह कर चुके हैं।
निदेशालय जहां रिक्त पदों का ब्यौरा जूता रहा है वहीं कार्मिक विभाग नीति तय करने में जूता है। मानदेय पर नियुक्त शिक्षकों के सापेक्ष 600 से ज्यादा रिक्त पदों का विवरण मिल चुका है। शेष दो दर्जन जनपदों से मानदेय वाले पद तथा अन्य रिक्त पद का विवरण मिलने पर हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रदेश में 570 एडेड संस्कृत मध्यमिक विध्यालय हैं। प्रत्येक विध्यालयों में एक प्रधानाचार्य एवं चार सहायक अध्यापकों के पद हैं। इस तरह कुल 2850 पद हैं। 2018 से इस विध्यालय में शिक्षकों को नियमित नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में रिक्त पदों के सापेक्ष मानदेय पर दो वर्ष के लिए शिक्षकों की नियुक्ति हुई। पिछले 518 तथा उसके बाद 850 पदों पर नियुक्ति की गई। मानदेय वाले पदों एवं अन्य रिक्त पदों का विवरण संस्कृत शिक्षा परिषद जुटा रहा है।
उप शिक्षा निदेशक (संस्कृत) समाज्ञा कुमार ने रिक्त पदों का विवरण न भेजने वाले मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशकों से रिक्त पद जल्द उपलब्ध कराने को कहा है। दीपावली के पहले तक 600 से अधिक रिक्त पदों का विवरण निदेशालय को मिल चुका है। कार्मिक विभाग साक्षात्कार के आधार पर अंक तय करते हुए नियमावली बना रहा है। यह भर्तियां प्रबंधतंत्र कमेटी के माध्यम से किए जाने की तैयारी है, जिसमें डीएम द्वारा नामित सदस्य, सम्पूर्णानन्द विश्वविध्यालय के प्रतिनिधि, संस्कृत उप निरीक्षक एवं डीआईओएस होंगे।