उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की वर्ष 2024 की पीसीएस प्रारम्भिक परीक्षा (UPPCS-PRE) रविवार को दो पालियों में कराई जाएंगी। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में कुल 1331 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक होगी जबकि दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक होगी। 220 पदों की भर्ती के लिए आयोजित प्रारम्भिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 5,76,454 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
आयोग ने नकल विहीन और निष्पक्ष परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए कड़े मानक निर्धारित किए है। हर परीक्षार्थी सीसीटीवी की निगरानी में तो रहेगा ही साथ ही केंद्र व्यवस्थापकों और कक्ष निरीक्षकों की भी जवाबदेही तय की गई है।यह सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक्स और अंगूठे का परीक्षण किया जा रहा था कि फर्जी उम्मीदवार परीक्षा हॉल में प्रवेश न कर सकें । पहचान के लिए उम्मीदवारों को Iris scan (biometric) से गुजरना होगा। परीक्षा शुरू होने के समय से डेढ़ घंटा पहले से परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा और परीक्षा शुरू होने के 45 मिनट पहले केंद्र का गेट बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में आयोग ने परिक्षर्थियों की निर्धारित समय से पहले केंद्र पर पहुँचने की सलाह दी है। चेहरा ढककर कोई भी परीक्षार्थी केंद्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा।
प्रश्न पत्रों को डिजिटल लॉकर वाले बॉक्स में रखकर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। इस बार प्रत्येक केंद्र पर एक स्टेटिक और एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। जबकि, इससे पूर्व तीन परीक्षा केंद्रों पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई जाती थी। हर परीक्षार्थी की पहचान के लिए आइरिश स्कैनिंग होगी। इसकी पुष्टि के लिए यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र पर होलोग्राम चस्पा किए जाएंगे।
नकल पर एक करोड़ जुर्माना व आजीवन कारावास
अनुचित साधनों का प्रयोग करना, नकल करना या कराना, प्रश्नपत्र का प्रतिरूपण करना या प्रकट करना अथवा प्रकट करने की सजिश करना आदि कृत्य अपराध की श्रेणी में आते हैं। उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुसूचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 के तहत ऐसे प्रकरणों में एक करोड़ तक का जुर्माना व आजीवन कारावास की सजा, दोनों हो सकती है। यदि नकल सामग्री पकड़ी जाती है तो अभ्यर्थी को परीक्षा विशेष या आगामी परीक्षाओं व चयन से डिबार किया जा सकता है, चाहे सामग्री का प्रयोग नकल के लिए किया गया हो या नहीं।
नॉर्मलाइजेशन हटाने को लेकर छात्रों ने किया था विरोध पीसीएस प्री परीक्षा को लेकर हाल ही में प्रयागराज में बड़ा आंदोलन देखने को मिला था। आंदोलित छात्रों ने अलग-अलग दिन परीक्षा कराने का बड़ा विरोध किया था। साथ नॉर्मलाइजेशन को लेकर भी सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था. आरओ एआरओ परीक्षा को लेकर भी यही मांगें छात्रों की थी। चार दिन के प्रदर्शन के बाद आयोग ने पीसीएस प्री एग्जाम से जुड़ी उनकी मांगों को मान लिया था. लेकिन आरओ एआरओ पर समिति गठित कर दी थी।