अगर आपके पास योगा की डिग्री है तो फिर आपके लिए सुनहरा मौका आया है। हरियाणा में योग शिक्षा (Haryana Yoga Education in Schools) को बढ़वा देने के लिए करीब 1,000 आयुष सहायकों के पदों पर भर्ती होने जा रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि प्रदेश के स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही 1,000 आयुष सहायकों की भर्ती होने जा रही है। हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री के ने कहा कि प्रदेश में योग शिक्षा (Haryana Yoga Education in Schools) के लिए पदों की स्वीकृति दी गई है। यही नहीं, हरियाणा (Haryana) में जल्द ही अब तक 560 व्यायामशालाएं स्थापित की गई हैं, जल्द ही सरकार प्रदेश में 600 और व्यायामशालाएं स्थापित की जाएंगी।
हरियाणा (Haryana) के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद एवं हरियाणा (Haryana) योग परिषद के संयुक्त तत्वावधान (Haryana Yoga Education in Schools) में आयोजित शिक्षा विभाग के अध्यापकों के योग प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करते हुए यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन चरणों में प्रदेश के 6000 स्कूलों में चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रात:कालीन सभाओं में योग (Haryana Yoga Education in Schools) का समावेश किया जाएगा।
हर व्यक्ति को करना चाहिए योग
पानीपत में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश के मुख्यमंत्री (Haryana CM) ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से योग साधना, व्यायाम साधना, प्राणायाम बहुत लाभदायक रहे हैं उसी तरह से शरीर के अन्य विकारों को समाप्त करने के लिए हर व्यक्ति को योग निरंतर करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग करने से कर्म में कुशलता आती है। उन्होने कहा कि बेहतर कार्य कुशलता के लिए अध्यापकों के लिए यह प्रशिक्षण शिविर एक सप्ताह तक चलाया जाएगा।
उन्होंने (Haryana CM) कहा कि प्रशिक्षण पहले चरण में 2,200 अध्यापकों को योग में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हर व्यक्ति के जीवन में योग (Yoga) का महत्व बढ़ाया जाए। अष्टयोग विद्या मन, आत्मा और शरीर को जोड़कर जो क्रिया-प्रतिक्रिया देती है, उसे योग साधना कहा गया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने योग को मान्यता दी है और आज विश्व के 200 देश योग को अपना रहे हैं। यही कारण है कि योग (Yoga) आज विश्व विख्यात हो चुका है।
संयम, सहनशीलता योग से ही सम्भव
मुख्यमंत्री (Haryana CM ) ने कहा कि योग (yoga) मनुष्य को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायक है। प्राचीनकाल में गुरुकुल में जब शिक्षा प्रदान की जाती थी तो शिक्षक और बच्चे हर तरह से योग में पारंगत होते थे और इसे आगे बढ़ाते थे। योग (Yoga) के माध्यम से ही जीवन के तनाव और चिंताओं से पार पाया जा सकता है क्योंकि संयम, सहनशीलता योग के कारण ही सम्भव है।
उन्होंने कहा कि योग से सम्बन्धित प्रतियोगिताएं खंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि जहां योग से कर्म में कुशलता आती है और मन भी स्थिर रहता है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हर व्यक्ति योग करने वाला बने और इसकी साधना को आगे बढ़ाएं।
योग भारत की पहचान रहा
यमुनानगर से जुड़े शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन और आत्मा निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि योग हमेशा से ही भारत की पहचान रहा है। पूरे विश्व में योग को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योग (Yoga) को आगे बढ़ाने का काम पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) और बाबा रामदेव (Baba Ramdev) का आभार किया है। उन्होंने कहा कि योग (Yoga) को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का योग शिक्षा के बारे में व्यक्तिगत रूप से रूचि लेने पर भी धन्यवाद भी किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में योग (Yoga) को बढ़ाने के लिए और बच्चों को चरित्रवान बनाने के लिए योग बहुत ही जरूरी है। इस मुद्दे पर पंचकूला से जुड़े विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा (Haryana Yoga Education in Schools) में योग के प्रचार-प्रसार को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में योग को आगे बढ़ाने का अब धीरे-धीरे आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा योग परिषद (Haryana Yoga Education in Schools) के चेयरमैन डॉ.जयदीप आर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिस तरह से योग (Yoga) को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इसलिए योग परिषद का गठन किया गया है, उससे योग विद्या को बल मिला है और इससे नये आयाम स्थापित होंगे।