CBSE: 9वीं और 11वीं के छात्र अब किताब देखकर दे सकेंगे ईग्ज़ाम

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के छात्रों के लिए जरूरी खबर है। बोर्ड परीक्षाओं में बदलाव करने वाला है। सीबीएसई ने फैसला किया है कि 9वीं और 11वीं की परीक्षा ओपन बुक आयोजित की जाएगी। 10वीं और 12वीं के छात्रों को शामिल नहीं किया गया है। कुछ चुनिंदा स्कूलों में यह परीक्षा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की जाएगी। इसमें विद्यार्थियों द्वारा लिया गया न्यूनतम समय, रचनात्मक और हितधारकों की अवधारणाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।


अगले साल फरवरी-मार्च में शुरू होगा

अधिकारियों के अनुसार, ओपन बुक एग्जाम के फॉर्मेट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाली परीक्षाओं के दौरान आयोजित किया जाएगा। बोर्ड अधिकारियों ने कहा कि इसे कितने स्कूलों में आयोजित किया जाएगा। इस पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ’20 से 25 स्कूल पायलट प्रोजेक्ट में शामिल होंगे।’

 

गवर्निंग बॉडी की बैठक में हुआ था फैसला

इससे पहले सीबीएसई ने बीते दिसंबर में आयोजित गवर्निंग बॉडी की बैठक के दौरान ओबीई पर निर्णय लिया था। मीटिंग के दौरान अंग्रेजी, गणित और साइंस सहित विभिन्न विषयों के लिए ओपन बुक एग्जाम का फॉर्मेट बनाने का फैसला लिया था।

छात्रों को परीक्षा के दौरान मिलती है सुविधा

स्कूलों के प्रधानाचार्यों के मुताबिक, ओपन बुक एग्जाम प्रारूप में छात्रों अपने नोट्स और अध्ययन सामग्री एग्जाम सेंटर पर साथ ले जा सकते हैं। परीक्षा देते समय उनका इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि सामान्य परीक्षा में इसकी अनुमति नहीं होती है। उनके मुताबिक परीक्षा में अधिकतर रिचर्स आधारित प्रश्न होते हैं। इसमें छात्रों को किताब खोलने और देखने की अनुमति होती है।

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