69000 शिक्षक भर्ती: त्रुटि सुधार के लिए पोस्टरवार, अभ्यर्थियों ने लगाई ये गुहार
मानवीय चूक की वजह से 69000 शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) से वंचित रह रहे अभ्यर्थियों ने एक बार फिर से सरकार (Uttar Pradesh Government) से गुहार लगाई है। कटऑफ लिस्ट जारी होने के बाद से लगातार सरकार और अधिकारियों से संशोधन का मौका दिलाए जाने की गुहार लगाते चले आ रहे उत्तर प्रदेश के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने अब घर से पोस्टवार शुरू किया है। पोस्टर और बैनर के जरिए अभ्यर्थी एक बार फिर से सरकार से गुहार लगाकर संशोधन की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने 23 और 24 अगस्त को सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए अपनी बात को पहुंचाई है।
69000 शिक्षक भर्ती: त्रुटि संशोधन के लिए अभ्यर्थियों ने कहा बिना आदेश नहीं हटेंगे हम
अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर लगी है रोक
69000 शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में त्रुटि संशोधन की मांग कर रहे अभ्यर्थी कोविड-19 (Covid-19) की वजह से अब धरना प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार ने अभ्यर्थियों के एक जगह पर एकत्रित होने पर रोक लगा रखी है। अभ्यर्थियों के रोक लगाए जाने की वजह से अब सभी ने घर बैठे से ही अभियान शुरू कर दिया है। त्रुटि संशोधन का शुरू से ही नेतृत्व कर रहे अमर बहादुर ने बताया कि हम लोग पिछले दो महीने से किसी न किसी तरीके से सरकार से संशोधन की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हम लोग इस संबंध में सचिव से भी मिल चुके हैं और कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी अभी तक सिर्फ शिक्षामित्रों (Shiksha Mitra) को ही संशोधन का मौका दिया गया है। इसके अलावा अन्य अभ्यर्थियों को सरकार की तरफ से मौका नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक बार फिर से हम लोग इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की पहल कर रहे हैं।
इस वजह से फॉर्म भरते समय रह गई त्रुटि
69000 शिक्षक सहायक अध्यापक भर्ती (69000 Assistant Teachers) प्रक्रिया में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि त्रुटि रहने की कई वजह है। अभ्यर्थियों की तरफ से न्यायालय में भी बताया गया है कि कैसे करके फॉर्म भरते समय त्रुटि रह गई थी। इस संबंध में आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि आवेदन फार्म को भरते समय सर्वर /नेटवर्क सहित अन्य कारणों से गलती हुई है।
उन्होंने बताया कि साइबर कैफे पर ऑपरेटर ने रात-रात भर फार्म भरे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कमी के कारण तमाम सारी चीजें जैसे कि प्रार्थी का नाम, पिता का नाम, अनुक्रमांक, पूर्णांक और प्राप्तांक सहित अन्य कई मानवीय त्रुटियाँ फॉर्म भरते समय रह गई है। उन्होंने कहा कि इसमें से ऐसे कई अभ्यर्थी हैं जो कि अपने वास्तविक गुणांक से राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय मेरिट में प्रतिभाग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम लोगों को संशोधन का मौका मिल जाए तो हम लोग भी इस शिक्षक भर्ती (69000 Assistant Teachers) में शामिल हो सकते हैं।
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हमसे छिना जा रहा हमारा हक
इस भर्ती (69000 Assistant Teachers) में त्रुटि संशोधन का मौका न मिलने की वजह से अभ्यर्थियों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। अमर बहादुर ने कहा कि हमारे अच्छे दिन कब आएंगे। हमसे हमारा अधिकार क्यों छीना जा रहा है। क्या एक छोटी सी मानवीय भूल को सरकार संज्ञान में क्यों नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के संबंध में जब तक सरकार हमारे लिए कोई निर्णय नहीं ले लेती है। तब तक हम अपना यह प्रयास जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो हम लोग जन आंदोलन भी करेंगे। इस आंदोलन को सफल बनाने में उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों से अभ्यर्थी प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस पोस्टरवार अभियान में तनीषा वर्मा ,आशुतोष श्रीवास्तव (कानपुर), प्रीति (लखनऊ), राहुल तिवारी (प्रयागराज), प्रीति पटेल (गाजीपुर), अंजली राठौर (सहारनपुर), पवन कुमार (संत कबीरनगर), आशीष त्रिपाठी (आजमगढ़), तुषार सिंह, करुणेश शर्मा (बनारस), बबली पाल (लखनऊ), विकास करण (आगरा), राहुल (बागपत), स्वाति सिंह (गाजियाबाद), नलनी वर्मा (लखनऊ), रुचि शुक्ला (लखनऊ), अजय प्रिय गौतम (गोरखपुर), अमृतांजना सिंह, अनुराधा शर्मा (हाथरस), विवेक यादव, सौरभ, पारुल सहित अन्य लोग शामिल रहे।
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